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पूर्व सांसद सहित 167 ने कराया नामांकन

जागरण संवाददाता उरई जिला पंचायत सदस्य के लिए गुरुवार को 167 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया। अब तक 387 प्रत्याशी ताल ठोक चुके हैं। हालांकि अभी नामांकन पत्रों की जांच होना बाकी है। इसके साथ ही विकासखंड कार्यालयों में भी प्रधान सदस्य ग्राम पंचायत व बीडीसी के प्रत्याशियों की लाइन लगी रही। नामांकन के आखिरी दिन काफी सख्ती रही। कलेक्ट्रेट की पूरी तरह से किलेबंदी कर दी गई थी। इसके साथ ही दलीय प्रत्याशियों को एक साथ नामांकन कराने की इजाजत नहीं दी गई।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Apr 2021 07:08 PM (IST)Updated: Thu, 15 Apr 2021 07:08 PM (IST)
पूर्व सांसद सहित 167 ने कराया नामांकन
पूर्व सांसद सहित 167 ने कराया नामांकन

जागरण संवाददाता, उरई : जिला पंचायत सदस्य के लिए गुरुवार को 167 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया। अब तक 387 प्रत्याशी ताल ठोक चुके हैं। हालांकि अभी नामांकन पत्रों की जांच होना बाकी है। इसके साथ ही विकासखंड कार्यालयों में भी प्रधान, सदस्य ग्राम पंचायत व बीडीसी के प्रत्याशियों की लाइन लगी रही। नामांकन के आखिरी दिन काफी सख्ती रही। कलेक्ट्रेट की पूरी तरह से किलेबंदी कर दी गई थी। इसके साथ ही दलीय प्रत्याशियों को एक साथ नामांकन कराने की इजाजत नहीं दी गई।

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गुरुवार को नामांकन का अंतिम दिन था जिसके चलते पर्चा जमा करने वालों की खासी भीड़ रही। हालांकि नामांकन के पहले दिन की अपेक्षा गुरुवार को सुरक्षा के लिहाज से काफी पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पर्चा जमा करने के लिए प्रत्याशी तय समय से पहले ही कलेक्ट्रेट पहुंच गए थे ताकि समय से नामांकन दाखिल कर सकें। साथ ही धूप गर्मी से भी बच सकें। समय के साथ ही भीड़ बढ़ती गई। दोपहर में पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी व पूर्व आईआरएस अधिकारी शंभू दयाल ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। चार-चार वार्डों को लेकर अलग-अलग लाइन बनाई गई थी ताकि एक साथ भीड़ न होने पाए। सुबह से शाम तक प्रत्याशियों का आना जाना लगा रहा। जिससे कि नामांकन समय से दाखिल हो जाए। दूसरी ओर विकासखंडों में प्रत्याशियों की संख्या अधिक होने की वजह से लंबी कतार लगी रही। एक लाइन में ग्राम प्रधान के तो दूसरी व तीसरी लाइन में बीडीसी और ग्राम पंचायत सदस्यों के पर्चे दाखिल हो रहे थे। शाम पांच बजे के बाद भी जबरदस्त लाइन देखने को मिली। समय से पहले जितने लोग प्रांगण में आ गए थे उनका पर्चा दाखिल करना मजबूरी थी। चप्पे-चप्पे पर तैनात रही पुलिस :

कलेक्ट्रेट में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी ताकि नामांकन प्रक्रिया के दौरान किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। लगभग सभी गेटों पर दारोगा के साथ कई-कई पुलिस कर्मी ड्यूटी पर तैनात किए गए थे। हर सड़क पर बैरीकेडिग :

कलेक्ट्रेट की तरफ जाने वाली हर सड़क पर बेरीकेडिग लगवा दी गई थी। जिला परिषद के आगे किसी को भी चार पहिया वाहन ले जाने की अनुमति नहीं थी। अपर जिलाधिकारी प्रमिल कुमार सिंह, एएसपी व सीओ जिला पंचायत कार्यालय के बाहर बैठे रहे। जिलाधिकारी ने परखी व्यवस्था :

डीएम प्रियंका निरंजन ने नामांकन स्थल का जायजा लिया। उन्होंने सीडीओ अभय कुमार श्रीवास्तव से पूरी जानकारी मांगी साथ ही निर्देश दिए कि भीड़ कतई न लगने दी जाए। नामांकन प्रक्रिया शांति पूर्वक निपटाई जाए। कलेक्ट्रेट के आसपास दुकानें रही बंद : नामांकन के आखिरी दिन को लेकर जिला परिषद के आसपास का पूरा बाजार बंद करवा दिया गया था। एक भी दुकान नहीं खुली थी। जिसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।


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