सर्दी में अपनाएं आयुर्वेद के नुस्खे, बीमारियां रहेंगी दूर
जागरण संवाददाता उरई सर्दियों में कभी बारिश कभी कड़ाके की सर्दी तो कभी धूप के कारण्
जागरण संवाददाता, उरई : सर्दियों में कभी बारिश, कभी कड़ाके की सर्दी तो कभी धूप के कारण तापमान में बदलाव से लोग जल्दी बीमारी की चपेट में आते हैं। ऐसे में सर्दी से बचने के लिए सिर्फ गर्म कपड़े ही नहीं बल्कि, खानपान में बदलाव कर शरीर को भीतर से भी गरम रखने की जरूरी होती है। यह कहना जिला अस्पताल के आयुर्वेदिक डाक्टर आर के गुप्ता का।
उन्होंने बताया कि सर्दियों में अगर सही से शरीर का ख्याल रखा जाए तो बाकी मौसमों की तुलना में खाने - पीने को शरीर अच्छे से ग्रहण करता है। क्योंकि बाहरी सर्दी से शरीर के भीतर की जठराग्नि प्रबल रहती है। इससे आमतौर से ज्यादा कैलोरी की जरूरत पड़ती है। ऐसे में पेट को खाली न रखें।
------------------------
इसके सेवन से मिलेगी भरपूर ऊर्जा :
गुड़, मूंगफली और तिल की पट्टी सूखे मेवे के सेवन से शरीर को भरपूर ऊर्जा मिलेगी। पाचन दुरुस्त रखें, जिससे खाया-पीया शरीर को लगे। अगर आपको कब्ज रहती है तो आधा चम्मच छोटी हरड़ का चूर्ण रात में गुनगुने पानी से लेने पर राहत होगी।
------------------------
अन्य सुझाव :
- सुबह और शाम तुलसी, अदरक और लौंग का काढ़ या चाय बनाकर गरम-गरम उसका सेवन करें। खांसी होने पर इसमें मुलेठी और दालचीनी भी मिला सकते हैं।
-
- सर्दी लगने पर सेंधा नमक पानी में डालकर गरारे करें, इससे गले की खराश में भी आराम मिलेगा
- लहसुन की पांच से दस कलियां गाय के घी में भूनकर दिन में दो बार खा सकते हैं इससे शरीर गर्म रहेगा
-
- दिन में दो अंडे खाएं, इससे शरीर में प्रोटीन के साथ अन्य पोषक तत्वों की कमी नहीं होगी। अगर आप मांसाहारी है तो चिकन सूप का भी सेवन कर सकते हैं। चिकन को अन्य रूप में सीमित मात्रा में ही लें
- दमा के रोगी सर्दियों में धूम्रपान से बचें और अदरक का रस शहद में मिलकर उसका सेवन करें