शटल ट्रेन बंद होने के डर से व्यापारियों ने भरी आंदोलन की हुंकार
संवाद सहयोगी कोंच स्पेशल ट्रेनों के संचालन के बाद कोंच स्टेशन का बंद रहना स्टेशन का स्टाफ को वापस नहीं करना स्टेशन की आरक्षण व्यवस्था को बहाल नहीं करने जैसे कई कारणों को लेकर नगर के लोग खासे परेशान हैं। उनकी परेशानी इस बात को लेकर है कि कहीं रेलवे स्टेशन और शटल को हमेशा के लिए बंद न कर दिया जाए।
संवाद सहयोगी, कोंच : स्पेशल ट्रेनों के संचालन के बाद कोंच स्टेशन का बंद रहना स्टेशन का स्टाफ को वापस नहीं करना, स्टेशन की आरक्षण व्यवस्था को बहाल नहीं करने जैसे कई कारणों को लेकर नगर के लोग खासे परेशान हैं। उनकी परेशानी इस बात को लेकर है कि कहीं रेलवे स्टेशन और शटल को हमेशा के लिए बंद न कर दिया जाए।
ब्रिटिश शासनकाल में वर्ष 1902 में शुरु की गई शटल ट्रेन को आजादी के बाद रेलवे घाटे का सौदा मानती रही। कोंच स्टेशन और शटल पर हमेशा से बंद होने की तलवार लटकती रही। एक बार तो शटल को बंद कर ही दिया था। स्टेशन को भी किराए पर देने की योजना रेलवे ने बनाई थी लेकिन जनता के भारी विरोध के कारण रेलवे के अधिकारी अपनी इस योजना में सफल नहीं हो पाए। कुछ समय बाद जब स्टेशन पर आरक्षण खिड़की खोली गई तो यह स्टेशन रेलवे के लिए मुनाफे का सौदा बन गया और भारी आमदनी रेलवे को स्टेशन से बुक कराए गए आरक्षण टिकटों से होने लगी। स्टेशन पर दो स्टेशन मास्टर सहित काफी स्टाफ रहने भी लगा। गत वर्ष 23 मार्च को कोरोना के समय जब शटल को बंद किया गया तो पूरा स्टेशन ही बंद कर दिया गया। अब जब सभी ट्रेनों को चालू कर दिया गया ऐसे में शटल का चलाया नहीं जाना और स्टेशन का स्टाफ वापस नही भेजने, आरक्षण खिड़की को बंद रखने जैसे प्रश्न नगर के लोगों के परेशान कर रहे हैं। रेलवे कहीं उनकी विरासत में मिली शटल और स्टेशन को बंद न कर दे इसके लिए वह पुन: आंदोलन के लिए भी तैयार हैं। लोगों का दर्द
नगर में रेल आवागमन के लिए स्टेशन का खोला जाना अत्यंत आवश्यक है। रेलवे को चाहिए कि वह स्टेशन का स्टाफ वापस भेजे और आरक्षण प्रक्रिया को शुरू कराएं ताकि सरकार की मंशा स्पष्ट हो सके।
संजीव गर्ग शटल और उसका स्टेशन नगर के लोगों के लिए नगर के वैभवशाली अतीत को दर्शाता है। व्यापारिक ²ष्टि से यह बहुत बड़ा क्षेत्र है। इस रेल लाइन को और आगे तक बढ़ाया जाना चाहिए। फिलहाल तो सरकार बंद पड़े स्टेशन को खुलवाए।
दिनेश सोनी कोट
शासन के अभी शटल चलाने के कोई निर्देश नहीं मिले हैं। इसके साथ ही अभी सिर्फ स्पेशन ट्रेन ही चलाई गई है। अगर आगे निर्देश मिलेंगे तो शटल ट्रेन का संचालन किया जाएगा।
मनोज कुमार, जन संपर्क अधिकारी रेलवे