मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने किया प्रदर्शन
अन्ना मवेशियों के कहर का शिकार हुए किसान दूसरे दिन बुधवार को सड़क पर उतर आए। शिकायत के बाद भी किसी प्रशासनिक अधिकारी या कर्मचारी के नहीं पहुंचने पर आग बबूला हो नारेबाजी करने लगे। आरोप लगाया कि जानकारी के बाद भी अधूरी गोशाला से मवेशी छोड़ने वालों के खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है।
संवाद सूत्र, कदौरा : अन्ना मवेशियों के कहर का शिकार हुए किसान बुधवार को सड़क पर उतर आए। शिकायत के बाद भी किसी प्रशासनिक अधिकारी या कर्मचारी के नहीं पहुंचने पर आग बबूला हो नारेबाजी करने लगे। आरोप लगाया कि जानकारी के बाद भी अधूरी गोशाला से मवेशी छोड़ने वालों के खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते उनकी सालभर की उम्मीद छुट्टा मवेशियों ने चौपट कर दी। अन्नदाताओं ने नष्ट हुई फसल के मुआवजे की मांग की।
कस्बे के आसपास के खेतों में सोमवार की रात अन्ना मवेशियों के झुंड ने किसानों की 120 बीघा फसल चौपट कर दी। किसानों का आरोप है कि अधिकारियों को मंगलवार को बताया गया था कि उनकी फसल चौपट हो चुकी है। इसके बाद भी किसी ने सर्वे के लिए पहुंचना तक मुनासिब नहीं समझा। मटर, लाही, मसूर की हुई थी बोआई
किसानों ने बताया कि उन लोगों ने मटर, लाही और मसूर की फसल की बोआई की थी। कदौरा मौजा के पडौरा, नाका गांव में उनके खेत हैं। मवेशियों के झुंड ने पूरी फसल चौपट कर दी। आरोप है कि नाका गांव में बनी गोशाला में बंद मवेशी साजिशन छोड़े गए, जिन्होंने उनकी मेहनत को रौंद दिया। पुलिस से शिकायत भी की, पर कोई कार्रवाई नहीं की। किसान दीपक, रमाशंकर, पप्पू, श्रीराम, जगदीश, विकास, परशुराम, अहमद हसन, परशुराम, मुन्ना, विजय आदि ने कहा कि मुआवजा नहीं दिया गया तो उग्र प्रदर्शन को बाध्य होना पड़ेगा।
एसडीएम कौशल कुमार ने कहा, सर्वे के लिए बीडीओ अतिरंजन को जांच दी जा चुकी है। बीडीओ ने कहा, सर्वे के लिए कल लेखपाल को भेजा जा रहा है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।