खाद को भटक रहे किसान, अधिक दामों पर बिक्री का आरोप
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संवाद सहयोगी, माधौगढ़ : बरसात हुए 15 दिन बीत चुके हैं। अधिकारियों ने सहकारी समितियों में खाद नहीं भेजी है। जिससे किसान गन्ना, धान की फसल में खाद डालने के लिए समितियों के चक्कर काट रहे हैं। किसानों का आरोप है कि मंगलवार रात लगभग 30-32 डीएपी की बोरी क्रय विक्रय समिति में आई। जिन्हें अधिक दामों में बेचा जा रहा है।
जून माह में बरसात होने से किसान खुश थे और अनुमान लगा रहे थे कि अबकी बार फसलों में अच्छा उत्पादन होगा। किसान हेमंत प्रजापति, कृष्णपाल सिंह, दुर्गाप्रताप सिंह आदि का कहना है कि गन्ना, धान की फसल में यूरिया खाद के लिए क्रय विक्रय समिति के कई बार चक्कर लगाए। सचिव द्वारा खाद न होने की बात कही गई। मंगलवार रात 30-32 बोरी इफ्को डीएपी की बोरी क्रय विक्रय समिति में आई। सुबह डीएपी की बोरी ऊंचे रेट से बेची जाने लगी। खाद की खबर सुन किसान क्रय विक्रय समिति पहुंच गए। यूरिया खाद न होने से किसान मायूस लौट गए। समिति के सचिव चुनूवाद पाल का कहना है कि ट्रैक्टर से डीएपी खाद मंगाई थी। एडीसीओ पीएन अनुरागी का कहना है कि खाद पीसीएफ उरई से ट्रक के माध्यम से समितियों में जाती है। ट्रैक्टर से खाद समिति में पहुंची है या नहीं, इसकी जांच कराई जाएगी।