धरती, पानी, गोमाता ही हमारे सुखदाता
संवाद सूत्र महेबा हम योग गो विज्ञान के साथ प्राकृतिक
संवाद सूत्र, महेबा : हम योग गो विज्ञान के साथ प्राकृतिक खेती करके 2 गुना लाभ कमा सकते हैं। धरती, पानी गौ माता हमारे सुखदाता हैं फसल में जहरीली दवाइयों का प्रयोग करना हम सबके लिए हानिकारक है।
यह बात बुंदेलखंड किसान यात्रा के प्रमुख श्याम बिहारी गुप्ता ने मुसमरिया की एक दिवसीय किसान पाठशाला में कही। उन्होंने किसानों को सचेत किया कि योग गोविज्ञान एवं प्राकृतिक खेती के माध्यम से हम समृद्धशाली बनेंगे। स्वाबलंबन हेतु हमें तय करना होगा फिर हम न जहर खाएंगे और न जहर खिलाएंगे। इसका तात्पर्य है कि फल, सब्जी, गेहूं आदि पैदा करने के लिए जहरीली दवाओं का प्रयोग न करके जीवामृत, वीजामृत, घन जीवामृत यानी जैविक खाद का प्रयोग करें। जब तक सुखी किसान न होगा तब तक भारत का उत्थान नहीं हो सकता है। आपको चितन करना होगा कि कौन हमारा सुखदाता है जिसमें धरती पानी गौ माता प्रमुख हैं। किसानों को खेती में आए बढ़ाने के लिए कई टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि किसान यात्रा 27 अक्टूबर से शुरू हुई थी 11 नवंबर तक चलेगी जो 7 जिले और 47 विकास खंडों कि किसानों को जागरूक करेगी। इस मौके पर रामकुमार सिंह, डॉ. उदय नारायण, रवींद्र तोमर, रामसागर सिंह, विष्णु, प्रिया दीदी, राजेंद्र सिंह भदोरिया, कौशल सिंह मौजूद रहे।