दहेज प्रथा समाज के लिए है अभिशाप
लाक्षाकार समाज ने आयोजित किया सम्मा समारोह - मेधावियों को किया गया सम्मानित संवाद सहयोगी
लाक्षाकार समाज ने आयोजित किया सम्मा समारोह
- मेधावियों को किया गया सम्मानित संवाद सहयोगी, जालौन : मेधावियों का सम्मान करने से अन्य बच्चों का भी हौसला बढ़ता है। ऐसे कार्यक्रम समाज में प्रेरणादायी साबित होते हैं। समाज में व्याप्त दहेज प्रथा का त्याग किया जाना चाहिए।
रविवार को लाक्षाकार समाज के मेधावी छात्र, छात्राओं के सम्मान समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी ने उक्त बातें कहीं। जिला पंचायत अध्यक्ष ने दहेज प्रथा को खत्म करने पर जोर देकर कहा कि दहेज प्रथा समाज के लिए अभिशाप है। इसका त्याग किया जाना चाहिए। जो दहेज के लालची हों उनके यहां शादी विवाह न किए जाएं। मेधावियों के सम्मान को लेकर उन्होंने कहा कि मेधावियों के सम्मान से अन्य छात्र, छात्राओं में भी पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ती है। सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा ने कहा कि सामूहिक विवाह पर जोर दिया जाना चाहिए। फालतू के खर्चों से बचने के लिए सामूहिक विवाह अच्छी पहल है। कहा कि आज युवक युवतियों का जो परिचय हुआ है, उनका विवाह भी सामूहिक रूप से ही किया जाना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन राकेश लाक्षाकार, अखिलेश लाक्षाकार ने संयुक्त रूप से किया। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह बनाजी, पालिकाध्यक्ष गिरीश कुमार गुप्ता, राजकुमार लाक्षाकार, रत्नेश, मनोज, दिनेश, बृजेश, अवधेशआदि रहें। इन मेधावियों को किया गया सम्मानित
जालौन : हाईस्कूल में पारस लाक्षाकार, आकाश लाक्षाकार, कोमल लाक्षाकार, ऋषि लाक्षाकार एवं इंटरमीडिएट में कुमकुम लाक्षाकार, कामिनी लाक्षाकार, वंशिका लाक्षाकार, अमित लाक्षाकार, आरती लाक्षाकार भदरेखी, रचना लाक्षाकार भदरेखी, कामिनी लाक्षाकार, गौरव लाक्षाकार शिक्षक धीरज बाथम का भी हुआ सम्मान
सभी वर्ग के छात्रों को इंटरमीडिएट तक भौतिक विज्ञान की निशुल्क शिक्षा एवं गरीब छात्रों को पुस्तकें उपलब्ध कराने वाले नगर के समाजसेवी एवं शिक्षक धीरज बाथम का भी सम्मान लाक्षाकार समाज द्वारा किया गया।