जिला महिला अस्पताल में होगी अत्याधुनिक सुविधा
जागरण संवाददाता उरई जिला महिला अस्पताल में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जिससे तीसरी लहर की संभावनाओं से निपटा जा सके। हालांकि ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण अभी शुरू नहीं हुआ है। जल्द ही जगह चिह्नित कर कार्य को शुरू किया जाना है। 30 अगस्त तक प्लांट तैयार होना है। वहीं नीकू वार्ड भी बना दिया गया है।
जागरण संवाददाता, उरई : जिला महिला अस्पताल में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जिससे तीसरी लहर की संभावनाओं से निपटा जा सके। हालांकि ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण अभी शुरू नहीं हुआ है। जल्द ही जगह चिह्नित कर कार्य को शुरू किया जाना है। 30 अगस्त तक प्लांट तैयार होना है। वहीं नीकू वार्ड भी बना दिया गया है।
जिला महिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए जमीन खोजी जा रही है। इसके लिए जिला पंचायत से भूमि मांगी गई है। अस्पताल परिसर में पर्याप्त जगह की व्यवस्था नहीं है। यही कारण है कि ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है। इसके बनते ही 10 बेड का ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था पूर्ण कर ली जाएगी। जब कि दो आइसीयू बेड की व्यवस्था हो गई है। हालांकि अभी वेंटीलेटर प्राप्त नहीं हुआ है। दवाइयां उपकरण के संबंध में भी तैयारियां पूरी है। वहीं अस्पताल में एक बाल रोग विशेषज्ञ मौजूद है। इन्हीं के सहारे तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी की जा रही है। नोडल अधिकारी के रूप में एस के पाल को जिम्मेदारी दी गई है। अभी बहुत कुछ व्यवस्थाएं की जानी है। जिसे जल्द पूरा करने की कोशिश की जा रही है। संभावित बच्चों के साथ उनके तीमारदारों के लिए भी रुकने की व्यवस्था भी की जा रही है। सुविधाओं पर एक नजर
बाल रोग विशेषज्ञ -1
टेक्नीशियन- दो
वार्ड ब्वाय- 10
आक्सीजन छोटे सिलिडर- 60
आक्सीजन के बड़े सिलिडर- 20
कंसनट्रेटर- 10
कोविड के लिए बेड- 2 जिला महिला अस्पताल में बनने हैं रैंप
जिला महिला अस्पताल में अभी तक रैंप का निर्माण नहीं कराया गया है। जिसकी वजह से गर्भवती महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके मद्देनजर अस्पताल प्रशासन ने उच्च अधिकारियों को लेटर भेजा है। जिससे यह सुविधा जल्द से जल्द शुरू हो सके। कोट
जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट के लिए जगह चिह्नित नहीं हुआ है। बात की जा रही है। जिससे निर्माण कार्य तेजी से हो सके है। अधिकतर व्यवस्थाएं पूरी हो चुकी है। अब कार्य को व्यापक रूप दिया जा रहा है। सभी इक्यूपमेंट भी दुरुस्त कराए जा रहे हैं।
डा. ऊषा सिंह, सीएमओ