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गंगा सफाई के लिए राज्यों के मुख्यमंत्री संजीदा नहींः कल्बे जव्वाद

शिया धर्मगुरु कल्बे जव्वाद गंगा सफाई की मुहिम में शामिल होना चाहते हैं लेकिन राज्यों के मुख्यमंत्री उन्हें संजीदा नहीं दिखते हैं। बांध से गंगा की धारा ठहर गई है, इसी वजह गंदगी है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Tue, 03 Oct 2017 05:50 PM (IST)Updated: Tue, 03 Oct 2017 11:03 PM (IST)
गंगा सफाई के लिए राज्यों के मुख्यमंत्री संजीदा नहींः कल्बे जव्वाद
गंगा सफाई के लिए राज्यों के मुख्यमंत्री संजीदा नहींः कल्बे जव्वाद

जालौन (जेएनएन)। शिया मुस्लिम धर्मगुरु कल्बे जव्वाद ने कहा कि गंगा सफाई की मुहिम में हिंदू साधु-संतों के साथ मुस्लिम धर्मगुरु भी अपना योगदान देने को गंभीर हैं, लेकिन उन राज्यों के मुख्यमंत्री संजीदा नहीं दिख रहे हैं, जहां से होकर गंगा निकलती हैं। डैम (बांध) बनवाने से गंगा की धारा में ठहराव आ गया है। इसी वजह से उसमें गंदगी एकत्र हो रही है। गंगा की धारा मूल स्वरूप में लाने की जरूरत है, तभी सफाई की कवायद सार्थक होगी।वह आज उरई में एक धार्मिक कार्यक्रम में शिरकत करने आए थे। इस दौरान प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि गंगा सफाई को देश भर के प्रमुख साधु-संतों ने मुहिम छेड़ी है।

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शिया मुस्लिम समाज की नुमाइंदगी करते हुए उन्होंने भी गंगा सफाई की मुहिम का समर्थन किया है लेकिन इसके लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाने की जरूरत है। गंगा में गंदगी की मुख्य वजह उसकी धारा में ठहराव होना है। जब तक पानी का बहाव तेज नहीं होगा, सफाई नहीं हो सकती। जिन-जिन राज्यों से होकर होकर गंगा गुजरी हैं, गंगा सफाई में उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों की अहम् भूमिका है।गंगा में डैम बनाने से परहेज करना पड़ेगा तभी पानी की धारा अपने मूल स्वरूप में आएगी लेकिन अफसोस की बात है कि राज्यों के मुख्यमंत्री इस दिशा में अपना दायित्व नहीं निभा रहे हैं, जिससे गंगा सफाई में अड़चन आ रही है। सफीपुर शरीफ के सज्जादा नशीन शाह हसनैन बकाई भी कल्बे जव्वाद के साथ मौजूद थे। उन्होंने तीन तलाक के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सही करार दिया। उन्होंने कहा कि इस्लाम एक साथ तीन तलाक की इजाजत नहीं देता है।


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