जिले में अब तक खरीदा गया 720 क्विंटल धान
जागरण संवाददाता उरई धान खरीद को लेकर सरकार भले ही हर संभव प्रयास कर रही है लेि
जागरण संवाददाता, उरई : धान खरीद को लेकर सरकार भले ही हर संभव प्रयास कर रही है लेकिन वास्तविकता यह है कि जिले में नाम मात्र की खरीद ही हो सकी है। अब तक केवल 720 क्विंटल धान ही खरीदा जा सका है। इतनी कम खरीद की मुख्य वजह जिले में धान की कम पैदावार होना बताया जा रहा है।
धान की पैदावार करने वाले किसानों को उत्पादन का उचित मूल्य मिल सके। इसके लिए सरकार ने हर जिले में धान केंद्र खोलने के निर्देश दिए हैं। यहां जनपद में भी दो खरीद केंद्र एफसीआई के खुले हुए हैं। धान खरीद को तीन माह से अधिक समय गुजर चुका है लेकिन अब तक रफ्तार सुस्त बनी हुई है। अब तक कुल 720 क्विंटल धान ही खरीदा जा सका है। इधर सरकार ने जनपद के नोडल अधिकारियों को धान खरीद केंद्रों की समीक्षा के लिए भी निर्देशित किया है। जिसके चलते सोमवार व मंगलवार को नोडल अधिकारी धीरज साहू ने अब तक खरीद की रिपोर्ट तलब की थी। यही रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। हालांकि जिले में धान की पैदावार बेहद कम होती है। कुछ ही किसान ऐसे हैं जो खाने भर के लिए धान की बोआई करते हैं। इस बार कुछ किसानों ने दिलचस्पी दिखाई और धान की बोआई की लेकिन क्षेत्रफल नाममात्र का बढ सका है। केंद्रों पर सिर्फ मोटा धान खरीदा जा रहा है। जिसके चलते बेहतर क्वालिटी का धान को किसान और कहीं भी बेच सकते हैं।
जिले में धान की पैदावार ठीक होती तो निश्चित तौर पर किसान अपना धान लेकर आते लेकिन जब पैदावार ही नहीं है तो किसान धान कहां से लाएं। जो किसान क्रय केंद्रों में संपर्क कर रहे हैं और उनका धान मानक के अनुरूप है तो उनका धान खरीदा जा रहा है। इसके लिए सख्त निर्देश भी दिए गए हैं।
- विकास तिवारी, जिला विपणन अधिकारी