रेलवे स्टेशन पर लगे 60 सीसीटीवी कैमरे जल्द हो जाएंगे शुरू
जागरण संवाददाता उरई झांसी मंडल के सुरक्षा आयुक्त आलोक कुमार ने रविवार को आरपीएफ
जागरण संवाददाता, उरई : झांसी मंडल के सुरक्षा आयुक्त आलोक कुमार ने रविवार को आरपीएफ थाने में जवानों के साथ बैठक की। इसके बाद पत्रकारों से वार्ता करने के दौरान उन्होंने कहा कि स्टेशन पर लगे 60 सीसीटीवी कैमरे जल्द चालू करा दिए जाएंगे। जिससे ए-श्रेणी के रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था बनी रह सके।
उरई स्टेशन के अंतर्गत आने वाले सर्किल के सभी थाना प्रभारियों को बैठक में बुलाया गया था। जिसमें कमांडेंट ने निर्देश देते हुए कहा कि झांसी-कानपुर सेक्शन में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। 182 पर सूचना मिलते ही तुरंत अलर्ट मोड पर आ जाए। जिससे समय रहते यात्रियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था मेंटेन रह सके। खास कर सर्दियों के मौसम में रात्रि के समय चलने वाली ट्रेनों में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद बनाए रखे। जिससे चोरी की घटनाओं एवं जहरखुरानी की घटनाओं से बचाया जा सके। साथ ही यह भी बताया कि थाने में एक और महिला आरक्षी की तैनाती जल्द ही लगा दी जाएगी।
थाने में कार्यक्रम का हुआ आयोजन
आरपीएफ थाने में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें आरपीएफ और जीआरपी के जवानों की हौसला आफजाई के लिए फूलमाला के साथ प्रशस्ति पत्र देकर सभी स्टाफ को सम्मानित किया। इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट सुनील कुमार शुक्ला, अपर जिला जज अनिल कुमार यादव, अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. अवधेश सिंह मौजूद रहे।
मनुष्य का जीवन तभी सार्थक जब दूसरों के आए काम
जागरण संवाददाता, उरई : मनुष्य का जीवन तभी सार्थक है जब वह दूसरों के काम आए। यह विचार अपर जिला जज अनिल कुमार यादव ने व्यक्त किया।
रविवार को रेलवे सुरक्षा बल के थाना परिसर में कोरोना योद्धाओं का सम्मान समारोह आयोजित किया गया था। मुख्य अतिथि के रूप में अपर जिला जज अनिल कुमार यादव ने कहा कि वे स्वयं भी कोरोना की बीमारी से जूझे थे, लेकिन उन्होंने किसी को कोरोना की बीमारी नहीं दी और उन्हें आज तक यह भी पता नहीं चल सका कि यह बीमारी उन्हें कैसे हो गई थी। अपना संस्मरण सुनाते हुए बताया कि कोरोना काल में वे प्रतिदिन 200 पैकेट खाना लेकर सड़कों पर जाते थे और जरूरतमंदों को देते थे। उन्हें इस दौरान उरई कानपुर हाईवे पर एक वृद्धा मिली जिसकी आंखों से आंसू बहते बहते सूख गये थे, उसने बताया कि वह दो दिन से भूखी है, जब उन्होंने उसे भोजन का पैकेट दिया। फिर वह भोजन कर संतुष्ट हुई। इसके बाद उसने आशीर्वाद दिया। यह दृश्य हर समय याद आती रहती है। जिससे मन प्रसन्न हो जाता है।
मंडल रेल सुरक्षा आयुक्त आलोक कुमार ने कहा कि कोविड-19 ने आरपीएफ और जीआरपी फोर्स के जवान और अधिकारियों ने जिस तरह सेवा की है वह सराहनीय है।