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टीबी के खोजे गए 17 नए रोगी

जागरण संवाददाता उरई जिले में टीबी के 17 नए रोगी खोजे गए हैं। लगातार अभियान चलाकर रो

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Oct 2021 07:05 PM (IST)Updated: Sun, 10 Oct 2021 07:05 PM (IST)
टीबी के खोजे गए 17 नए रोगी

जागरण संवाददाता, उरई :

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जिले में टीबी के 17 नए रोगी खोजे गए हैं। लगातार अभियान चलाकर रोगी को चिह्नित किया जा रहा है। जिससे 2025 तक टीबी मुक्त जिला हो सका। इसके लिए एक रोगी खोजने में आशा कार्यकर्ता और प्राइवेट अस्पतालों को प्रत्येक केस पर पांच सौ रुपये दिए जा रहे हैं।

राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत चलाए जा रहे विशेष अभियान में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नए टीबी रोगियों की पहचान की। टीबी रोगियों की खोज के लिए चल रहे अभियान के तीन चरण पूरे हो गए हैं। अलग-अलग चले अभियान में 5702 लोगों की स्क्रीनिग की गई। जिसमें जांच के बाद 17 क्षय रोगियों की पहचान हुई। इन सभी का इलाज भी शुरू कर दिया गया है।

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इन जगह चलाए अभियान

पहला अभियान दो से छह सितंबर तक चला, जिसके तहत वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, मदरसा, नवोदय विद्यालय, जिला जेल व अंध विद्यालय में सर्वे किया गया। 22 लोगों की जांच की गई थी, जिसमें वृद्धाश्रम में एक और जेल में एक में क्षय रोग की पुष्टि हुई। इसके बाद दूसरा चरण सात से 16 सितंबर तक चला। इस चरण में जिले के सभी ब्लाक में अभियान चलाया गया, जिसमें कोंच ब्लाक में दो, माधौगढ़, नदीगांव व महेबा ब्लाक में एक-एक और कुठौंद ब्लाक में तीन मरीज खोजे गए। इस अभियान में 69 लोगों की जांच की गई थी, जिसमें आठ मरीज चिह्नित किए गए थे। इसके बाद तीसरा चरण 17 से 30 सितंबर तक चलाया गया। इस अभियान में सब्जी मंडी, फल मंडी, श्रमिक बाजार, निर्माण स्थल बाजार, ईटा भट्ठा , स्टोन क्रेशर, साप्ताहिक बाजार आदि स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने जाकर 4563 लोगों की स्क्रीनिग की। इसमें लक्षण वाले 129 लोगों की जांच कराई गई, जिसमें फल मंडी व श्रमिक बाजार में दो-दो, ईट भट्ठा, स्टोन क्रेशर साइट में एक-एक मरीज मिले। इस चरण में सात मरीज मिले है।

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यह शिकायत होने पर कराए जांच

यदि किसी को दस दिन से ज्यादा समय से खांसी आ रही हो या फिर बुखार और वजन कम हो रहा हो, ऐसे लोग अपनी टीबी की जांच जरूर करा लें ताकि यदि उनमें लक्षण आ रहे हों तो उनका समय से इलाज कर उन्हें टीबी रोग से बचाया जा सके।

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यह अभियान चार चरणों में चलाया जा रहा है। तीन चरण पूरे हो चुके है। अब चौथा चरण एक अक्टूबर से शुरू हो गया है और यह चरण 31 अक्टूबर तक चलेगा। इस चरण में प्राइवेट क्षेत्र के डाक्टरों व मेडिकल स्टोर पर आने वाले मरीजों को चिह्नित करने का काम होगा। चिह्नित मरीजों को विभागीय पोर्टल पर पंजीकृत करने के बाद उन्हें निक्षय पोषण योजना के तहत पांच सौ रुपये प्रतिमाह के हिसाब से पोषण धनराशि उनके खाते में भेजी जाएगी।

डा. सुग्रीवबाबू, क्षय रोग अधिकारी


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