सात दिन में 1325 ने जीती जंग
जागरण संवाददाता उरई जिला प्रशासन के प्रयास व लगातार डाक्टरों की मेहनत के साथ ही गांवो
जागरण संवाददाता, उरई : जिला प्रशासन के प्रयास व लगातार डाक्टरों की मेहनत के साथ ही गांवों में जा रही स्वास्थ्य टीमों की जागरूकता के कारण ही कोरोना मरीजों से ज्यादा स्वस्थ्य होने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है जिससे लोगों को काफी राहत महसूस हो रही है।
मई के शुरूआत में ही कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही थी जिससे प्रशासन को इन पर नियंत्रण करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी थी। इसके साथ एक दिन में 400 से अधिक मरीज निकलने का भी रिकार्ड है जिससे लोगों के बीच भय व्याप्त हो गया था। इसके साथ ही डाक्टरों को भी मरीजों के नियंत्रण करने के लिए जिला प्रशासन के मिले सहयोग से अब सकारात्मक नतीजे आने लगे हैं। हालत यह है कि एक समय था जब ढाई हजार से अधिक जिले में एक्टिव केस हो गए थे जिन मरीजों के लिए प्रशासन ने कई जगह भर्ती करने की व्यवस्था की थी। इसके बाद लॉकडाउन लग जाने से लोगों का घरों से निकलना कम हुआ तो कोरोना की रफ्तार भी धीमी पड़ने लगी। साथ ही इसमें जिले के अधिकारियों ने लोगों को गांव-गांव जागरूक किया जिस कारण भी मरीजों की संख्या में काफी सुधार आया है।
जिला प्रशासन ने दिखाई जिदादिली
जब लॉकडाउन की घोषणा की तो फिर अधिकारियों ने भी शहर के साथ गांवों की तरफ रुख किया और लगातार लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूक करना और जांच करवाने के साथ दवा लेने को कहा। जिसका परिणाम एक सप्ताह में ही देखने को मिला तो मरीजों से अधिक स्वस्थ होने वालों की संख्या में इजाफा होना लगा और वर्तमान में एक हजार के लगभग ही एक्टिव केस बचे हुए हैं।
डाक्टरों ने भी बढ़ाया लोगों का उत्साह
जब लोगों को बीच कोरोना भय बढ़ रहा था तो डाक्टरों की टीम भी मरीजों के बीच लगातार इलाज करने के साथ ही उनका उत्साह बढ़ा रही थी। इसके साथ जो संसाधन थे उसमें हर मरीज को इलाज देने का प्रयास किया जा रहा था। इसके साथ ही डाक्टरों की टीम लगातार गांवों में जाकर लोगों को उत्साह बढ़ा रही थी और कोरोना से लड़ने के लिए उन्हें जागरूक कर रही थी जिससे भी मरीजों की संख्या हुआ है।
स्वस्थ्य होने वाले लोगों का होता स्वागत
जब कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमण से पीड़ित होकर राजकीय मेडिकल कालेज के एल-1 या एल-2 अस्पताल में भर्ती होता है तो उसके स्वजन उसके स्वस्थ्य होने की कामना करते हैं और जब वह स्वस्थ्य होकर घर आता तो उसकी फूल माला पहनाकर स्वागत करते हैं जिससे उसका हौंसला बढ़ा रहे।
जिम्मेदार बोले
वह लगातार डाक्टरों की टीम का हौंसला बढ़ाते रहे। इसके साथ ही हर मरीज को अच्छा इलाज देने का प्रयास किया गया जिससे मरीज कम हो गए।
डॉ. डीनाथ, प्राचार्य राजकीय मेडिकल कालेज
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एक सप्ताह के आंकड़ों पर नजर
तारीख - मरीज - स्वस्थ्य हुए - मौत
13 मई - 383 - 299 - 03
14 मई - 73 - 233 - 03
15 मई - 74 - 379 - 02
16 मई - 61 - 154 - 02
17 मई - 33 - 66 - 02
18 मई - 64 - 83 - 04
19 मई - 76 - 111 - 00
कुल -764 - 1325 -16