अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं से 130 गांव रहे कोरोना से मुक्त
संवाद सहयोगी कोंच बीहड़ पट्टी में बसे ग्रामीणों को बेहतर उपचार की सुविधा उपलब्ध करान
संवाद सहयोगी, कोंच : बीहड़ पट्टी में बसे ग्रामीणों को बेहतर उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने मध्यप्रदेश की सीमा के पास नदीगांव में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया था जो आज ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रहा है। सीएचसी को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने पर सरकार की कायाकल्प योजना में पूरे प्रदेश में पहला स्थान भी मिल चुका है। कोरोना संकमण काल में इस सीएचसी ने अच्छा कार्य कर संक्रमण को बढ़ने नहीं दिया।
वैसे तो डॉक्टरों की कमी से पूरा प्रदेश जूझ रहा है। विशेषज्ञ डॉक्टर का अभाव हर अस्पताल में है। सीएचसी नदीगांव पर भी डॉक्टरों की कमी है लेकिन यहां मौजूद सीएचसी प्रभारी चिकित्सक देवेंद्र भिटौरिया और उनके स्टाफ ने सीमित संसाधनों के बल पर ही यह कारनामा कर दिखाया जिससे इस पिछड़े इलाके के लोग स्वास्थ सेवाएं पाने लगे। अस्पताल में 24 घंटे इमरजेंसी सेवा ओपीडी, महिलाओं के लिए डिलेवरी की सुविधा, पैथालॉजी, प्रोनेट विधि से टीवी की जांच, पेयजल आपूर्ति, दिव्यांग कमजोर मरीजों को शौचालय में कमोड की सुविधा, डिजिटल एक्सरे सहित कई सुविधा मरीजों के लिए है। वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम के साथ अस्पताल वर्मी कंपोस्ट खाद भी बनाता है जिसे वह अपने परिसर में लगे पेड़ पौधों में प्रयोग किया करता है। स्थिति यह है कि सीएचसी के अंतर्गत आने वाले 145 गांवों में से 130 गांव कोरोना से मुक्त रहे। नदीगांव कस्बा भी कोरोना से मुक्त हो चुका है। मात्र 15 एक्टिव केस कोरोना के बचे हैं जिनका उपचार उन्हीं के घरों पर किया जा रहा है। डॉक्टर मोहिनी गुप्ता, केके भार्गव एवं विपिन वाजपेयी सहित फुल स्टाफ इस संकमण काल में ग्रामीणों को सेवा दे रहा है।
लोगों की बात :
कोरोना संकमण को रोकने में सीएचसी का सराहनीय प्रयास रहा है। एमपी और यूपी का बॉर्डर होने के कारण यह अस्पताल दोनों प्रदेश के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं दे रहा है।
उमाकांत त्रिपाठी
सीएचसी पर सर्जन फिजीशियन के रिक्त पद भर लिए जाएं तो इस पिछड़े इला़के के लोगों को गंभीर रोगों के उपचार ऑपरेशन के लिए बाहर नहीं भागना पड़ेगा। कोरोना की जांच वैक्सीन लगाने का कार्य अच्छा रहा। जगपाल यादव
जिम्मेदार बोले
कोरोना संकमण को रोकने के लिए पूरे स्टाफ ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया है। नियमित जांच, वैक्सिनेशन का कार्य किया जा रहा है। उनकी कोशिश रहती है कि मरीज को बेहतर उपचार मिले।
डॉ. देवेंद्र भिटौरिया, प्रभारी सीएचसी