तूने मुझे बुलाया शेरा वालिए..
तीसरे दिन मंदिरों में की गई पूजा- अर्चना घरों में व्रत रखकर की खुशहाली की कामना।
संवाद सहयोगी, हाथरस : नवरात्र के तीसरे दिन गुरुवार को मां चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना की गई। सभी देवी मंदिरों सुबह से ही श्रद्धालुओं का आवागमन शुरू हो गया था। मंदिरों में मैया का भजन गुनगुनाते हुए श्रद्धालु जलाभिषेक करने के लिए कतारों में खड़े हुए थे।
सुबह से ही घर-घर में पूजा-अर्चना का दौर शुरू हो गया। तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की घरों में पूजा की गई। इसके बाद श्रद्धालु मंदिरों में माता लौंग और कपूर से पूजा कर आराधना की गई। जलेसर रोड के चामुंडा मंदिर, किला गेट के पथवारी मंदिर, रमनपुर में चामुंडा देवी, हाथुरसी देवी के अलावा सिकंदराराऊ, सादाबाद, सहपऊ, सासनी, पुरदिलनगर बिसाना क्षेत्र तारागढ़ वाली देवी, कंकाली व भद्रकाली, कंकाली सहित सभी शक्ति पीठों पर मां के जयकारे गूंज रहे थे। शाम के समय मंदिरों पर रंगबिरंगी लाइट जगमगा रही थीं। चामुंडा मंदिर पर दिन में
यज्ञ, शाम को भागवत
रमनपुर स्थित मां चामुंडा मंदिर पर तीसरे दिन सुबह के समय शतचंडी हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। इसमें यज्ञाचार्य पंकज मिश्रा के मंत्रोच्चार के बीच श्रद्धालुओं ने यज्ञ में आहुतियां दीं। शाम के समय मंदिर में भागवत कथा में आचार्य पं. संदीपकृष्ण भारद्वाज ने प्रवचन किए। धूमधाम से निकाली गणगौर की शोभायात्रा
संवाद सहयोगी, हाथरस : मेला श्री गणगौर जी महाराज की 227वीं शोभायात्रा गुरुवार को धूमधाम से निकाली गई। शोभायात्रा का सभी प्रमुख बाजारों में पुष्पवर्षा करके जोशीला स्वागत किया गया। शोभायात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक सदर हरीशंकर माहौर थे।
चैत्र नवरात्र की तीज पर भगवान गणगौर की शोभायात्रा का शुभारंभ कमला बाजार स्थित बड़ी कोठी से किया गया। शोभायात्रा में गणगौर का रथ, कुल देवता सहस्रार्जुन महाराज का डोला, काली की झांकी भी निकाली गई। जगह-जगह शोभायात्रा का पुष्पवर्षा कर, आरती उतारकर पूजा-अर्चना की गई। कोरोना महामारी के चलते कोविड-19 के नियमों का पालन भी किया गया। मेला अध्यक्ष भरत कुमार वर्मा सहित आयोजकों ने विधायक सहित सभी अतिथियों का स्वागत किया। शोभायात्रा में सुनीत आर्य, शिवशंकर गुलाठी, मनोज वर्मा, अंकित वर्मा, विपिन बागड़ी, कुंज बिहारी, प्रमोद शर्मा, उमेश वर्मा, पन्ना लाल, होतीलाल भगत शामिल थे।