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बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के नहीं हो रहे कार्य

अलबत्ता नंबर प्लेट बुक कराने की रसीद से करा सकते हैं काम नंबर प्लेट बनवाने के लिए ऑनलाइन करानी होगी बुकिग।

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Dec 2020 12:29 AM (IST)Updated: Tue, 08 Dec 2020 12:29 AM (IST)
बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के नहीं हो रहे कार्य
बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के नहीं हो रहे कार्य

संवाद सहयोगी, हाथरस : हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के बिना अब सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय में कार्य बंद कर दिया गया है। वाहनों के फिटनेस, पंजीयन आदि के कार्य उसकी रसीद देखकर ही किए जा रहे हैं।

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वाहनों पर अब हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना आवश्यक कर दिया गया है। यह फिलहाल चार पहिया वाहनों के लिए लागू किया गया है। नए वाहनों पर अब डीलर के यहां से ही यह नंबर प्लेट लगकर आ रही है। पुराने वाहनों पर यह नियम लागू कर दिया गया है। इससे सबसे अधिक दिक्कतें व्यावसायिक वाहनों के चालकों को हो रही है। इससे वाहन के फिटनेस, परमिट, डुप्लीकेट प्रपत्र बनवाने में भी परेशानी हो रही है। वैसे भी अब परिवहन विभाग में सभी कार्य ऑनलाइन कर दिए गए हैं।

वाहन स्वामियों को राहत देने के लिए रसीद को भी शामिल कर लिया गया है। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के बाद उसकी रसीद विभागीय कार्य के लिए कार्यालय में देनी होगी। इसके लिए संबंधित डीलर के माध्यम से भी ऑनलाइन आवेदन कराया जा सकता है।

इनका कहना है

हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट वाहन सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर इस प्लेट के बिना विभागीय कार्य नहीं किए जा रहे हैं। पुराने वाहनों में भी अब यह प्लेट लगवानी होगी।

-नीतू सिंह, एआरटीओ प्रशासन पंजीकृत फर्मों का रिकॉर्ड खंगाल रही एसआइबी

जासं, हाथरस : ट्रेडिग करने वाली दो फर्जी फर्म पाए जाने पर हाथरस सुर्खियों में आ गया है। विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) ने जनपद में पंजीकृत फर्मों का रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया है। एसआइबी की टीम को और फर्जी फर्मों के होने के संकेत मिले हैं। पिछले दिनों एसआइबी की टीम ने यहां फर्जी पते पर 23 करोड़ का फ्रॉड करने वाली दो फर्म पकड़ी थी। इनके नाम अग्रवाल ट्रेडिग कंपनी और राधिका ट्रेडिग कंपनी है। हाथरस में फूड प्रोसेसिग का काम बड़े पैमाने पर होता है। जानकारी मिली है कि कुछ कंपनियां ऐसी हैं कि जो यहां सामान का निर्माण करती हैं लेकिन दूसरी ब्रांडेड फर्मों से मार्केटिग कराती है और मोटा मुनाफा कमा रही है। निर्माण करने वाली कुछ फर्में पंजीकृत नहीं है और उत्पादन का काम करती हैं। इससे विभाग को राजस्व की भी हानि हो रही है। मार्केटिग और निर्माण के बीच कुछ लोग ट्रेंडिग का खेल कर रहे हैं। इन तमाम कड़ियों को जोड़कर एसआइबी फर्जी कंपनियों को बेनकाब करेगी।


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