तालाब चौराहे पर ट्रेन की चपेट में आने से बाल-बाल बची महिला
दीवार फांदकर रेलवे ट्रैक को पार कर रही थी बुजुर्ग महिला ओवरब्रिज पर सीढि़यां नहीं होने से दिक्कतें झेल रहे राहगीर।
संवाद सहयोगी, हाथरस : तालाब चौराहा स्थित रेलवे क्रासिग गेट पर रविवार को एक बुजुर्ग महिला गेट पार करते समय ट्रेन की चपेट में आ गई मगर इस घटना में महिला सुरक्षित रही। इसके बाद पैसेंजर ट्रेन करीब 15 मिनट खड़ी रही। इस क्रासिग गेट पर सीढि़यों बनाने का कार्य धीमी गति से चलने से ही राहगीरों को जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक से गुजरना पड़ रहा है।
पूर्वोत्तर रेलवे के तालाब चौराहा स्थित रेलवे क्रासिग गेट को ओवरब्रिज बनने के बाद यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। अब यहां पर गेट को बंद करने के लिए स्थाई रूप से कंक्रीट की दीवार लगा दी गई है। इससे यहां पर राहगीर टूटी दीवार को फांदकर रेलवे ट्रैक पार कर रहे हैं। रविवार को करीब डेढ़ बजे के करीब एक बुजुर्ग महिला गेट पार करके जा रही थी। तभी अचानक ट्रेन के आ जाने से यह महिला चपेट में आ गई। महिला को देखते हुए लोको पायलट ने दूर से इमरजेंसी ब्रेक लगाना शुरू कर दिया। महिला ट्रेन से टकराकर दूर जा गिरी और ट्रेन भी वहीं खड़ी हो गई। यह पैसेंजर ट्रेन मथुरा की ओर जा रही थी। इस दुर्घटना में महिला की जान तो बच गई मगर हल्की चोटें जरूर आईं। इस दौरान करीब 20 मिनट तक खड़ी रही। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि अलीगढ़ निवासी इमरती देवी (65) किसी कार्य से हाथरस आई थीं, जो ट्रेन की चपेट में आ गई थीं। धीमी गति से चल रहा
सीढ़ी का निर्माण कार्य
तालाब चौराहा स्थित रेलवे क्रासिग पर ओवरब्रिज बनने के बाद रास्ता पूरी तरह बंद हो गया है। राहगीर जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक पार कर रहे हैं। कुछ दिन पूर्व इस गेट पर एक कार ट्रेन से टकरा गई थी। इस घटना में दो युवकों की मौत हो गई थी। उसके बाद रेलवे ने इस गेट को स्थाई रूप से बंद करा दिया। आवागमन के लिए बनाई जा रही सीढि़यों का कार्य धीमी गति से चलने से राहगीरों को दिक्कतें हो रही हैं।