कब पूरी होगी बिसावर चौकी को थाना बनाने की आस
बिसावर क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांवों में होता है घुंघरू बनाने का काम - 73 गांव की 50 हजार की आबादी की सुरक्षा 8 पुलिसकर्मियों के हवाले
संवाद सूत्र, हाथरस : बिसावर (सादाबाद) चौकी को थाना बनाने की कवायद कई वर्ष पूर्व प्रारंभ की गई थी, लेकिन आज तक सफलता नहीं मिली।
बिसावर पुलिस चौकी के अंतर्गत 10 ग्राम पंचायत के 73 गांव आते हैं इनमें लगभग 50 हजार लोग रहते हैं। यहां पर घुंघरू उद्योग का कारोबार होता है जिसमें लाखों रुपए की चांदी रोज इधर से उधर होती है। इतनी आबादी की सुरक्षा मात्र 8 पुलिसकर्मियों के हवाले है। पूर्व में यहां रिपोर्टिंग चौकी हुआ करती थी यहां की जीडी अलग चलती थी, लेकिन यहां से रिपोर्टिंग चौकी को हटाकर सिर्फ चौकी ही रहने दिया गया। ऐसे में एफआईआर के लिए कोतवाली सादाबाद जाना पड़ता है। तहसील मुख्यालय से 12 किमी दूर गांव नगला छत्ती, नगला मदारी, तसिगा,ताजपुर, भुर्रका, गढ़ी ख्याली, गढ़ीअंता, पचावरी सहित दो दर्जन गांव में घुंघरू बनाने का काम होता है। इस कारोबार से लगभग 4 से 5 हजार लोग जुड़े हुए हैं। कारीगर घुंघरू बनाने के बाद आगरा, मथुरा, लखनऊ, कानपुर, आदि शहरों में व्यापारियों को देने जाते हैं। चांदी वर्क घुंघरू के ट्रांसपोर्टेशन के दौरान लूट की घटनाएं अक्सर होती हैं। सुरक्षा के नाम पर केवल यहां एक चौकी प्रभारी, एक उपनिरीक्षक, एक हेड कांस्टेबल तथा पांच कांस्टेबल तैनात हैं।
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इनका कहना है
बिसावर सादाबाद क्षेत्र की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत होने का दर्जा रखती है। खासकर यहां का बाजार देहात क्षेत्र के हिसाब से काफी बड़ा है। यहां सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होने की आवश्यकता है।
-बेनाम सिंह
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सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होने से यहां का व्यापारी वर्ग निश्चित रूप से सुरक्षित रहेगा। आगरा व मथुरा की सीमा क्षेत्र होने के कारण यहां के व्यापारियों को काफी सहूलियत मिलती है। इसलिए यहां की सुरक्षा मजबूत होनी आवश्यक है।
-रूपेश चौधरी
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सुरक्षा को लेकर पहले भी सवाल खड़े हुए हैं। घुंघरू उद्योग होने की वजह से व्यापारियों की सुरक्षा के लिए चौकी नाकाफी है। यहां गांव और व्यवसाय के हिसाब से थाने का निर्माण होना आवश्यक है।
-कृष्णपाल सिंह
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बिसावर को थाना बनाने का प्रस्ताव शासन द्वारा मांगा गया था, प्रस्ताव को भेजा भी गया, लेकिन पुलिस विभाग द्वारा कोई सार्थक पहल न किए जाने के कारण थाना प्रस्ताव अधर में लटका पड़ा है। चौकी से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत नहीं होगी। इसलिए यहां के लिए थाना बहुत जरूरी है।
-विजयपाल सिंह, प्रधान