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खेतों में चुनावी चौपाल के बीच हो रही गेहूं की कटाई

त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों का शोर खेतों तक पहुंच रहा है। वहीं चर्चा के बीच गेहूं की कटाई हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Apr 2021 12:01 AM (IST)Updated: Sat, 10 Apr 2021 12:01 AM (IST)
खेतों में चुनावी चौपाल के बीच हो रही गेहूं की कटाई
खेतों में चुनावी चौपाल के बीच हो रही गेहूं की कटाई

संवाद सहयोगी, हाथरस: त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों का शोर खेतों तक पहुंच रहा है। वहीं, पछुआ हवा के चलते ही गेहूं की कटाई व मड़ाई का काम खेतों में तेजी से चल रहा है। खेतों में गेहूं की फसल की कटाई का कार्य करते हुए किसानों के बीच प्रत्याशियों के चयन पर मंथन हो रहा है।

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त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों का बिगुल बज चुका है। इसके लिए चुनाव चिह्न मिलने के बाद प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। जिले में यह चुनाव प्रथम चरण में ही 15 अप्रैल को होना प्रस्तावित है। इस चुनाव में सबसे अधिक जोर प्रधानी के बाद जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशियों द्वारा दिया जा रहा है। समय का अभाव देखते हुए प्रत्याशियों ने अपनी टीम गठित कर गांवों में भेज दी हैं। खुद भी चुनाव प्रचार के लिए सुबह ही निकल रहे हैं। वहीं, मेड़बंदी व संकरे रास्ते से खेतों तक प्रत्याशियों का पहुंचना लोगों को खूब अच्छा लग रहा है।

चुनाव से फसलों को महत्व दे रहे किसान

इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव गेहूं की फसल के सीजन में पड़ा है। अन्नदाता को चुनाव से अधिक अपनी फसल की चिता है। इसीलिए वह मजदूरों को लेकर सुबह ही खेत में पहुंच जाता है। पेट पालने के लिए मजदूर भी इसे छोड़ना नहीं चाहते। किसानों व मजदूरों के खेतों पर जाने से गांव में सन्नाटा पसर जाता है। इसलिए प्रत्याशी अपने काफिले के साथ खेतों पर जाकर संपर्क कर मतदाताओं को लुभाने में लगे हैं।

चुनावी चर्चा के बीच हो रही गेहूं की कटाई

प्रत्याशी कोई भी हो, उसे मतदाता निराश नहीं करना चाहते। इसीलिए प्रत्याशियों के जाने के बाद उनकी अच्छाई व बुराई की परख की जाती है। कौन गांव का विकास कराएगा, इस पर भी फैसला करने के लिए आपस में बहस भी छिड़ जाती हैं। कभी सन्नाटे में गेहूं की फसल काटने वाले किसान व मजदूरों का समय चुनावी चर्चा के बीच अच्छा कट रहा है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में चुनावों से रौनक बनी हुई है।

वोटर कहिन:

चुनावों का दौर चल रहा है। इस समय सभी लुभावनी बातें कर रहे हैं। किसी को निराश नहीं करना चाहते। अब हम इन्हें आश्वासन दे रहे हैं। कल यही हमें आश्वासन देंगे।

- श्याम सुंदर, किसान

इस समय गेहूं की फसल खेतों में पकी खड़ी है। मौसम का कोई भरोसा नहीं है। इसीलिए फसल कटाई का कार्य चल रहा है। विकास कराने वाले प्रत्याशी को ही वोट दिया जाएगा।

- रामकुमार शर्मा, किसान


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