Move to Jagran APP

40 के बदले चाहिए 400 सिर

दूसरे दिन भी संगठनों में दिखा आक्रोश, फूंके गए पुतले, बाजार बंद कर किया प्रदर्शन

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Feb 2019 01:09 AM (IST)Updated: Sun, 17 Feb 2019 01:09 AM (IST)
40 के बदले चाहिए 400 सिर
40 के बदले चाहिए 400 सिर

जासं, हाथरस : आत्मघाती हमले में शहीद हुए जांबाजों का गम सिर्फ उनके परिवारों को नहीं है, सरकार के साथ पूरा देश गम और गुस्से में है। अब इंतजार है कि कब इसका बदला लिया जाएगा। कब एक सिर के बदले दुश्मन के 10 सिर लाने वाला बयान हकीकत में बदलेगा। देश की अवाम अब आक्रोशित है और सरकार के साथ भी है। वह सिर्फ बदला चाहती है। शनिवार को दैनिक जागरण ने लोगों की भावनाओं को टटोला तो गुस्से का उबाल बाहर आ गया। प्रतिक्रिया

prime article banner

सरकार खुद एक्शन ले या हमको लेने दे। या तो खून बहाओ या हमको बहाने दो। देश की सेना को मरने के लिए न छोड़ा जाए। पाकिस्तानी आतंकियों को सबक सिखाना चाहिए।

-सलमान, नई बस्ती आखिर कब तक हम ही दहशत में रहें। पाकिस्तान को भी दहशत होनी चाहिए कि भारत में कोई मजबूत सरकार है। पूरा देश सरकार के साथ है। सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

साबिर 40 जवान शहीद होने का बड़ा दुख है। दुश्मन देश से बदला लिया जाए। अब आक्रोश का ज्वार तब तक शांत नहीं होना चाहिए, जब तक दुश्मन देश को सबक न सिखा दें।

-मो. अकरम एक सिर के बदले 40 सिर हमें चाहिए। हमारी सरकार ने सेना के हाथ अब खोले हैं, वह पहले ही खुले होते तो 40 जवानों की शहादत नहीं होती।

-चमन देश की आवाम मोदी सरकार के साथ है। यही वक्त है कि पाकिस्तान पर सीधा अटैक किया जाए। पाकिस्तान को यह लगना चाहिए कि अब उसकी मनमानी नहीं चलेगी।

-मो. आसिफ, इमाम, मस्जिद आईशा, नई बस्ती पाकिस्तान को किसी भी मामले में सोचने का मौका नहीं दिया जाए। एक जवान के बदले 10 सिर लाने की बात करने वाली सरकार के कार्यकाल में शहीदों का आंकड़ा बढ़ रहा है।

-मो. इनाम, इमाम, इमली वाली मस्जिद व्यापारी बोले

हर बार हमारे जवान ही क्यों शहीद हों? राजनीतिक पार्टियों को उनकी पीड़ा का एहसास नहीं होता, क्योंकि फौज में उनके परिवार से कोई नहीं होता है। अब बातें नहीं, सख्त कार्रवाई का वक्त है।

-रमेश चंद्र अग्रवाल जवानों के सम्मान में बाजार बंद रखा है। लोगों से भी आह्वान किया गया कि वह सहयोग करें। मोदी सरकार को अब जवानों की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए। 40 के बदले 400 सिर कलम होने चाहिए।

डा. मुकेश चंद्रा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.