बिना संसाधन कैसे करें डीबीटी का कार्य
अब सीधे अभिभावकों के खातों में जाएगा योजनाओं का पैसा प्राथमिक शिक्षक संघ ने दिया बीएसए को कार्य न कराने के लिए ज्ञापन।
संस, हाथरस : बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों के खातों में योजनाओं का पैसा सीधे शासन की ओर से भेजे जाने की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए अब बच्चों का संपूर्ण डाटा फीड किया जाना है। डीबीटी कार्य शिक्षक व शिक्षिकाओं से कराया जा रहा है। विद्यालयों में संसाधन उपलब्ध न होने के कारण शिक्षक परेशान हैं। शिक्षक संगठन चाहते हैं कि डीबीटी का कार्य बीआरसी केंद्रों पर तैनात प्रशिक्षित कम्प्यूटर आपरेटरों से कराया जाए। सोमवार दोपहर को प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने इस बाबत बीएसए को ज्ञापन सौंपा।
विद्यार्थियों को जूता, मोजा, स्कूल बैग, यूनिफार्म आदि योजनाओं का लाभ दिया जाता है। अब योजनाओं का लाभ देने की कार्य प्रणाली में बदलाव किया जा रहा है। डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर के जरिए पैसा भेजा जाएगा। विद्यार्थियों का डाटा फीड किए जाने का कार्य शिक्षकों को करना है। सोमवार को प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुरेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल बीएसए शाहीन से मिला। बीएसए को दिए ज्ञापन में कहा गया है कि कंप्यूटर के कार्य में तमाम शिक्षक व शिक्षिकाएं सक्षम नहीं हैं। समस्त विद्यालयों में संसाधन भी उपलब्ध नहीं हैं। जब ब्लाक संसाधन केंद्रों पर कंप्यूटर आपरेटर तैनात हैं तो डीबीटी जैसा महत्वपूर्ण कार्य उनसे क्यूं नहीं कराया जा रहा। शिक्षकों से सिर्फ शिक्षण कार्य ही कराया जाए। प्रतिनिधि मंडल ने डीबीटी का कार्य कंप्यूटर आपरेटरों से कराने का अनुरोध किया है। यदि जबरन डीबीटी का कार्य शिक्षकों से कराया गया तो संगठन आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। ज्ञापन देने वालों में विजयवीर सिंह, संतोष शर्मा, यतेंद्र पाठक, योगेंद्र शर्मा, गौरव पचौरी, माधव उपाध्याय, गोविद रावत, महेश कुमार, शशि कुलश्रेष्ठ, यतेंद्र शर्मा मौजूद रहे।