सपा सरकार बनी तो मेरिट पर होंगी भर्तियां
बिना लिखित परीक्षा के पुलिस की भर्ती का किया एलान चुनावी वादे -पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार को भर्तियों पर घेरा -बोले सपा सरकार ने 72 हजार पुलिसकर्मियों की बेदाग भर्ती की
संवाद सहयोगी, हाथरस : पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एलान किया है कि अगर सूबे में उनकी सरकार बनी तो पुलिस की भर्ती मेरिट के आधार पर होंगी। लिखित परीक्षा नहीं ली जाएगी।
सिकंदराराऊ के नगर पालिका मैदान पर चुनावी सभा में अखिलेश यादव ने योगी सरकार को रोजगार के मुद्दे पर घेरा। कहा कि योगी सरकार लोगों को नौकरी नहीं दे पा रही। ज्यादातर सरकारी नौकरियां विवादों और कोर्ट में फंसी हैं। उनकी सरकार ने हाईस्कूल, इंटर के अंकों के आधार पर मेरिट बनाकर भर्तियां कराई थीं। एक बार में 42 हजार और दूसरी बार में 30 हजार सिपाहियों की भर्ती मेरिट पर की थी। भर्तियां पूरी तरह बेदाग थीं।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि योगी सरकार को कांवड़ यात्रा में भाग लेने वाले युवाओं को नौकरी देने का एलान कर देना चाहिए। नहीं तो योगी अपने मठ में ही युवाओं को नौकरी दे दें। अखिलेश यादव ने महिलाओं को तीन हजार रुपये मासिक पेंशन और गरीबों को लोहिया आवास देने का भी वादा किया। जब डंडा ही पकड़ना
है तो काहे की परीक्षा
अखिलेश यादव ने सभा में मौजूद सिपाहियों का ध्यान खींचते हुए पूछा, हमारे समय में मेरिट पर किसी की भर्ती हुई हो तो बताए, कोई है यहां पर? एक सिपाही ने सिर हिलाया। अखिलेश ने कहा कि जब डंडा ही पकड़ना है तो फिर परीक्षा काहे की।
झलकियां
जेबकतरा पकड़े जाने पर
बोले-भाजपा की साजिश
हाथरस : सिकंदराराऊ के पालिका मैदान में आयोजित महागठबंधन की जनसभा में तब हंगामा शुरू हो गया जब लोगों ने एक जेबकतरे को रंगे हाथ पकड़कर धुनना शुरू कर दिया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। इसपर अखिलेश बोले, 'सपा की सभा में बीजेपी वालों ने जेबकतरे भेज दिए हैं। यह भाजपा की साजिश है।' इतनी पुलिस होने के बावजूद यहां जेबकतरे घूम रहे हैं तो पूरे प्रदेश में अपराध की स्थिति क्या होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। जब सुमन ने झल्लाकर
कहा, 'तो मैं न बोलूं?'
अखिलेश यादव के मंच पर पहुंचने के बाद प्रत्याशी रामजीलाल सुमन ने माइक संभाल लिया। वह गर्मी के मौसम में लोगों के सभा में आने पर आभार व्यक्त कर ही रहे थे कि लोगों ने अखिलेश यादव के नारे लगाने शुरू कर दिए। सुमन ने कई बार डांट-फटकार कर लोगों को शांत करने की कोशिश की। लोग जब नहीं माने तो सुमन बुरी तरह झल्ला गए। फिर अखिलेश यादव ने उन्हें इशारा किया तो वह कुछ शांत हुए, बोले तुम्हारे हाथ जोड़ रहा हूं, शांत हो जाओ। इस पर भी लोगों ने नारेबाजी जारी रखी तो सुमन ने कहा, तो मैं न बोलूं?