1250 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाले आक्सीजन के दो प्लांट लगेंगे
कोरोना संक्रमण से निपटने की तैयारी तेजी से चल रही है। शहर और सिकंदराराऊ में आक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे।
जासं, हाथरस : कोरोना संक्रमण से निपटने की तैयारी तेजी से चल रही है। शहर और सिकंदराराऊ में 1250 लीटर प्रति मिनट की क्षमता से आक्सीजन के प्लांट तैयार किए जा रहे हैं। मुरसान में 250 लीटर प्रति मिनट को मिलाकर अब 1500 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन की उपलब्धता हो जाएगी। इससे बाहर से आक्सीजन पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा। वहीं, सीएचसी में बेडों को बढ़ाने का काम चल रहा है।
आक्सीजन प्लांट की स्थिति : जनपद में मुरसान में 250 लीटर प्रति मिनट क्षमता का आक्सीजन प्लांट स्थापित किया जा चुका है। प्रभारी मंत्री भूपेंद्र चौधरी इसका शुभारंभ कर चुके है। यह प्लांट 50 लाख की लागत से तैयार हुआ है। सिकंदराराऊ में 250 लीटर प्रति मिनट क्षमता का प्लांट स्थापित किया जा रहा है। इस पर 52 लाख की लागत बताई जा रही है। प्लेटफार्म के साथ पाइप लाइन का काम चल रहा है। एक-दो दिन में और टैंक व अन्य उपकरण आ जाएंगे। यहां विधायक निधि से 30 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं। वहीं, जिला बागला अस्पताल में एक हजार लीटर प्रति मिनट क्षमता का प्लांट स्थापित किया जा रहा है। इसकी तैयारी चल रही हैं। यह प्लांट पीएम केयर फंड से स्थापित किया जा रहा है।
पीडियाट्रिक आइसीयू : एमडीटीबी अस्पताल में पीडियाट्रिक आइसीयू की स्थापना की जा रही है। इसके लिए दो वेंटिलेटर नए आए हैं। यहां पर बच्चों के लिए 12 आरक्षित रहेंगे। इसके अलावा 10 वेंटिलेटर पहले से ही उपलब्ध कराए गए हैं। यहां पर सीएचसी से रेफर होने वाले गंभीर बच्चों के भर्ती की व्यवस्था रहेगी, क्योंकि सीएचसी स्तर पर आक्सीजन सपोर्ट बेड ही उपलब्ध रहेंगे।
प्रशिक्षण की स्थिति : कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए डाक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ का प्रशिक्षण पूरा होने वाला है। यहां मास्टर ट्रेनरों द्वारा डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को ट्रेनिग दी जा रही है।
बेडों की स्थिति : सिकंदराराऊ, सासनी, मुरसान, महौ, सादाबाद व अन्य सीएचसी पर बेडों की क्षमता बढ़ाई गई है। यहां पर 30 बेड रहेंगे। इसमें 10-10 बेड बच्चों के लिए आरक्षित रहेंगे। ये बेड आक्सीजन सपोर्ट रहेंगे।
किट बांटने का चल रहा है काम : कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए शहर और देहात क्षेत्र में बच्चों को कोरोना किट बांटने का काम चल रहा है। यह काम निगरानी समिति के सदस्यों से कराया जा रहा है।
कोरोना की दूसरी लहर में रही थी आक्सीजन की किल्लत
कोरोना की दूसरी लहर में आक्सीजन की किल्लत रही थी। प्रदेश के दूसरे जनपदों से प्रशासन की ओर से सिलेंडर मंगाए गए थे। स्थानीय स्तर की एजेंसियों पर भी गैस उपलब्ध नहीं हो रही थी। कुछ लोगों ने कालाबाजारी कर मोटा मुनाफा भी कमाया था। आक्सीजन की कमी के चलते कुछ लोगों ने निजी अस्पतालों में इलाज कराया था।
जिला अस्पताल व सिकंदराराऊ में दो आक्सीजन प्लांट स्थापित होने की तैयारी चल रही हैं। इससे आक्सीजन की उपलब्धता बनी रहेगी। साथ सीएचसी पर बेडों की क्षमता बढ़ाई गई है। दो नए वेंटीलेंटर भी आए हैं।
डा. चंद्र मोहन चतुर्वेदी, सीएमओ, हाथरस।