डीजल-पेट्रोल के बढ़ते दामों से व्यापारी खफा
-ढाई महीने में डीजल 6.40 रुपये तथा पेट्रोल 5.12 रुपये बढ़ा -केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
संवाद सहयोगी, हाथरस : डीजल व पेट्रोल के दामों में इस समय आग लगी हुई है। बेतहाशा मूल्यवृद्धि से आम आदमी परेशान है। अब व्यापारी भी इस वृद्धि के विरोध में आ गए हैं। मंगलवार को व्यापारियों ने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री के नाम कलेक्ट्रेट पर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
एक जुलाई 2018 को डीजल 67.44 रुपये तथा पेट्रोल 76.49 रुपये प्रति लीटर था। मंगलवार को डीजल 73.84 रुपये तथा पेट्रोल 81.61 रुपये प्रति लीटर रहा। इन ढाई महीनों में डीजल में 6.40 रुपये तथा पेट्रोल में 5.12 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब इस गति से ईंधन के दाम में बढ़ोतरी हुई है। घरेलू गैस के भी दाम बढ़े हैं। एक अप्रैल 2018 को घरेलू गैस सिलेंडर 649 रुपये का था। एक अगस्त से सिलेंडर 818 रुपये का हो गया है। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल, हाथरस के बैनर तले व्यापारी ज्ञापन देने पहुंचे। डीएम के न मिलने पर एसडीएम एके सिंह को ज्ञापन दिया। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री से दरों को कम करने की अपील की गई है। संगठन के जिलाध्यक्ष अनुभव अग्रवाल ने कहा कि महंगाई से आम जनता व व्यापारी त्रस्त हैं। डीजल व पेट्रोल पर दाम बढ़ने से सीधे फैक्ट्रियों पर असर पड़ता है। यहां बनने वाला हर सामान महंगा हो रहा है। ट्रांसपोर्ट भाड़ा बढ़ने से नमक से लेकर, गल्ला, कपड़ा आदि दैनिक उपयोग की वस्तुएं महंगी हो रही हैं। डीजल-पेट्रोल के रेट पर नियंत्रण ना लगने पर व्यापारियों ने हड़ताल पर जाने की भी चेतावनी दी है। ज्ञापन देने वालों में मदनमोहन अपना वाले, हरीशंकर वाष्र्णेय, मोहनलाल अग्रवाल, अभय कुमार गर्ग, अशोक कुमार, महेशचंद्र वर्मा, माधव ¨सघल, अरुण माहेश्वरी, लिरिल ¨सघल, राजकुमार अग्रवाल आदि व्यापारी शामिल रहे।