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शराब पीने वालों से होगी इस बार 27 करोड़ की अतिरिक्त कमाई

नवीनीकरण न कराने पर होगा लाटरी से शराब ठेकों का आवंटन इस बार महंगा हुआ अंग्रेजी और बीयर की दुकानों का लाइसेंस लेना।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Jan 2022 01:05 AM (IST)Updated: Wed, 26 Jan 2022 01:05 AM (IST)
शराब पीने वालों से होगी इस बार 27 करोड़ की अतिरिक्त कमाई
शराब पीने वालों से होगी इस बार 27 करोड़ की अतिरिक्त कमाई

जागरण संवाददाता, हाथरस : शराब पीने वालों से इस बार हाथरस जिले को 27 करोड़ रुपये की अतिरिक्त कमाई होगी। नवीनीकरण न कराने पर लाटरी से शराब ठेकों का आवंटन होगा। इस बार अंग्रेजी और बीयर की दुकानों का लाइसेंस लेना महंगा हो गया है। वर्ष 2021-22 में 348 करोड़ का लक्ष्य था,जो बढ़कर 375 करोड़ रुपये हो गया है।

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जनपद में आबकारी विभाग की ओर से शराब की दुकानों का नवीनीकरण किया जाएगा। अपना जनपद शराब की दुकानों के नवीनीकरण के मामले में पूरे सूबे में अव्वल आया है। बाकी शहरों की कुछ दुकानें नवीनीकरण से रह गई हैं जिन पर लाटरी की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। नवीनीकरण से कुछ दुकानें रह गईं तो दूसरे चरण में दुकानों को लाटरी से आवंटित किया जाएगा। स्वामियों ने आधा नवीनीकरण शुल्क जमा कर दिया है।

जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव के अनुसार सभी 128 दुकानों के नवीनीकरण के लिए शासन के निर्देश के अनुसार आधी नवीनीकरण फीस जमा करा ली गई है। कुल 128 दुकानों में देसी शराब की दुकान 57, अंग्रेजी शराब की दुकानें 34, बीयर की 28 दुकानें हैं जबकि भांग की दुकानें नौ हैं। जिला आबकारी अधिकारी के अनुसार नवीनीकरण के मामले में हाथरस जनपद अव्वल रहा है। इनके अलावा बाकी जनपदों में कुछ दुकानों के नवीनीकरण न होने के कारण लाटरी प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। महिला शिक्षकों ने किया चुनाव ड्यूटी का विरोध

जासं, हाथरस : विधानसभा चुनाव में शिक्षिकाओं की ड्यूटी पीठासीन अधिकारी के रूप में लगाने का विरोध किया गया है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिला निर्वाचन अधिकारी को महिलाओं को पीठासीन अधिकारी पद से मुक्त रखते हुए महिलाओं की ड्यूटी मतदान अधिकारी प्रथम अथवा द्वितीय पद पर लगाए जाने का अनुरोध किया है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुरेश कुमार शर्मा ने बताया कि पीठासीन अधिकारी का पद बहुत जिम्मेदारी और संवेदनशील होता है। इतिहास में कभी महिलाओं को पीठासीन अधिकारी नहीं बनाया गया है। रात में पीठासीन को बूथ पर रुकना पड़ता है, जबकि यदि महिलाओं को मतदान अधिकारी प्रथम या द्वितीय बनाया जाता है तो उनको रात को बूथ पर रुकने की बाध्यता नहीं रहती। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस बार आयोग ने पिक बूथ बनाए हैं जिन पर महिलाओं को ही सभी जिम्मेदारी दी गई है। यदि अधिक महिलाएं पीठासीन अधिकारी बना दी गईं हैं तो अतिरिक्त महिलाओं को मतदान अधिकारी पर शिफ्ट किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में योगेंद्र शर्मा,संतोष शर्मा,माधव उपाध्याय, गौरव पचौरी एवं जितेंद्र कौशल उपस्थित रहे।


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