तेरह साल बाद भी छात्रवृत्ति के आरोपित पकड़ से बाहर
संसू हाथरस सिकंदराराऊ के तेरह वर्ष पुराने करोड़ों रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में आर्थिक अपराध शाखा ईओडब्ल्यू कानपुर की टीम ने आरोपितों के यहा दबिश दी लेकिन कोई हाथ नहीं लगा। एक आरोपित ने टीम के प्रभारी को मोबाइल पर जान से मारने की धमकी दी है।
संसू, हाथरस : सिकंदराराऊ के तेरह वर्ष पुराने करोड़ों रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में आर्थिक अपराध शाखा, ईओडब्ल्यू कानपुर की टीम ने आरोपितों के यहा दबिश दी, लेकिन कोई हाथ नहीं लगा। एक आरोपित ने टीम के प्रभारी को मोबाइल पर जान से मारने की धमकी दी है।
गुरुवार को आर्थिक अपराध शाखा कानपुर के इंस्पेक्टर शिव प्रसाद दुबे टीम के साथ स्थानीय कोतवाली पर पहुंचे और कोतवाली प्रभारी डीके सिसोदिया तथा पुलिस बल के साथ छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए कई जगह दबिश दी।
इंस्पेक्टर शिव प्रसाद दुबे ने बताया कि 2006 में चौबीस करोड़ अठहत्तर लाख एक सौ बावन रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले में 13 लोगों के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज हुआ था। 2008 में मामले की जाच आर्थिक अपराध शाखा कानपुर को स्थानातरित कर कर दी गई। आज कई आरोपितों के यहा छापेमारी की गई, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। बताया कि दबिश के दौरान एक आरोपित ने मोबाइल पर जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि मेरे यहा आने की आज तक पीएसी की हिम्मत नहीं हुई, ईओडब्ल्यू की बिसात क्या है, अब आकर देखो।
बताया कि छात्रवृत्ति घोटाले से जुड़े अन्य मामलों में भी कार्रवाई चल रही है। जो भी आरोपित हैं, उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा तथा नियमानुसार विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। धमकी के संबंध में उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार कार्रवाई करेंगे।