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यहां बीमार से कोसों दूर है इलाज

कचौरा ग्राम पंचायत से जुडे़ हैं 11 गांव नहीं है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अनदेखी -सिकंदराराऊ एटा व कासगंज से पहले नहीं है कोई अस्पताल -मजबूर ग्रामीण लेते हैं झोलाछाप चिकित्सकों का सहारा

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Nov 2019 12:49 AM (IST)Updated: Fri, 22 Nov 2019 12:49 AM (IST)
यहां बीमार से कोसों दूर है इलाज
यहां बीमार से कोसों दूर है इलाज

संवाद सूत्र, हाथरस : 16 हजार की आबादी वाली ग्राम पंचायत कचौरा आजादी के सात दशक बाद भी झोलाछाप चिकित्सकों पर निर्भर है। 10 गांव वाली ग्राम पंचायत में एक भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। इलाज के लिए सिकंदराराऊ, कासगंज और एटा की दौड़ लगानी पड़ती है या फिर किसी झोलाछाप की शरण में जाना पड़ता है।

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ये गांव हैं शामिल : कचौरा ग्राम पंचायत में सुम्मेरपुर, हिम्मतपुर, कचौरा, खेड़ा, हरचंदपुर, नगला सरदार, नगला महारी, गोपालपुर, गुलाबपुर व छत्तरपुर शामिल हैं। ग्राम पंचायत में 7200 मतदाता हैं यहां 16000 की आबादी निवास करती है।

ये हैं हालात : तहसील मुख्यालय से 16 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत के कई गाव ऐसे हैं, जो तहसील मुख्यालय से 20 किमी दूर हैं। ग्राम पंचायत कचौरा के मजरे ऐसे हैं जो एटा जिले की सीमा से सटे हुए हैं। ऐसे में दूरदराज के मरीज समुचित इलाज न मिलने पर दम तोड़ देते हैं। रात में मरीजों को बाहर उपचार के लिए अस्पताल ले जाना और अधिक मुश्किल भरा होता है, क्योंकि तत्काल आवागमन की सुविधा उपलब्ध नहीं होती। पब्लिक बोल

सरकारी अस्पताल खुलने से लोगों को इस समस्या से निजात मिल सकेगी। जनप्रतिनिधियों को इस पर विचार करना चाहिए।

देवेंद्र राघव, एमडी राज आयुर्वेदिक फार्मेसी इतनी बड़ी आबादी पर एक अस्पताल तो खोलना ही चाहिए। अस्पताल बनने से लोगों को राहत मिलेगी। उन्हें दूर नहीं जाना पड़ेगा।

गिरिजा शकर शर्मा, निदेशक

उमा आयुर्वेदिक प्राइवेट लिमिटेड गाव में सरकारी अस्पताल बने तो क्षेत्र के लोगों को समय पर सही इलाज मिल सकेगा और उन्हें इलाज के अभाव में जान नहीं गंवानी पड़ेगी।

मुकेश चौहान, निदेशक जीवन आयुर्वेद भवन कचौरा व आसपास के लोगों को राहत पहुंचाने के लिए सरकारी अस्पताल बनाया जाए। लोग एटा कासगंज व अलीगढ की ओर दौड़ते हैं।

योगेश परमार, निदेशक ब्रजनाथ आयुर्वेद भवन क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि इस बारे में सोचते तो लोगों को यह परेशानी नहीं झेलनी पड़ती। संपन्न लोग तो कहीं भी जाकर अपना इलाज करा सकते हैं।

नेम सिंह, फर्नीचर व्यापारी अस्पताल की स्थापना को जमीन का प्रस्ताव कर स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से शासन को गया था, लेकिन बाद में मामला खटाई में पड़ गया।

सुबोध गुप्ता अध्यक्ष, व्यापार मंडल कचौरा

इनकी सुनो

गाव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना के लिए जिलाधिकारी को माग पत्र दिया गया था। एक बार फिर इस बारे में माग की जाएगी।

रचना देवी, ग्राम प्रधान

सिस्टम की सुनो

सिकंदराराऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा कचौरा में समय-समय पर कैंप लगाया जाता है। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महमूदपुर से स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। गाव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना के लिए विभागीय नियमानुसार प्रस्ताव भेजा जाएगा।

डॉ. विवेक यादव, चिकित्सा अधीक्षक सिकंदराराऊ


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