सपा जिलाध्यक्ष समेत 13 के यहां दबिश
छात्रवृत्ति्त घोटाले में सपा जिलाध्यक्ष के तीन भाई भी आरोपित पुलिस ने कराई मुनादी घोटाले वर्ष 2006 में ईओडब्ल्यू कानपुर ने कराया था का अभियोग पंजीकृत घोटाले का कोई आरोपित नहीं लग पाया सिकंदराराऊ पुलिस के हाथ
संवाद सूत्र, हाथरस : आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) कानपुर से गिरफ्तारी की तहरीर प्राप्त होने के बाद रविवार को सीओ सुरेंद्र सिंह एवं कोतवाल प्रवेश राणा के निर्देशन में गठित पुलिस टीमों ने रविवार को सपा जिलाध्यक्ष युवराज सिंह यादव एवं उनके तीन भाइयों सहित सभी 13 आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी गई। आरोपितों के न मिलने पर उनके घर पर पुलिस ने मुनादी कराई। इससे शिक्षा माफिया में खलबली मच गई है।
वर्ष 2002 और 2006 के मध्य क्षेत्र के विभिन्न कालेजों में अनुसूचित जाति के छात्रों की छात्रवृत्ति हड़पे जाने का मामला प्रकाश में आया था। इस मामले में ईओडब्ल्यू कानपुर ने वर्ष 2006 में कोतवाली सिकंदराराऊ में अभियोग पंजीकृत कराया था। इसकी जांच ईओडब्ल्यू शाखा कानपुर ही कर रहा है। इस घोटाले में सपा जिलाध्यक्ष युवराज सिंह यादव समेत 13 लोग नामजद हैं।
ईओडब्ल्यू कानपुर ने कुछ दिन पहले ही सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए तहरीर स्थानीय पुलिस को भेजी थी। इसके बाद कोतवाली स्तर पर पुलिस की टीमें बनाई गईं और सभी टीमों ने एक साथ आरोपितों के यहा रविवार को दबिश दी। आरोपित नहीं मिले तो मुनादी कर आत्मसमर्पण के लिए कहा गया। पुलिस टीम की अगुवाई स्वयं सीओ सुरेंद्र सिंह एवं कोतवाल प्रवेश राणा कर रहे थे। पुलिस की दबिश स्थानीय लोग सहमे दिखे। सड़क पर चल रहे लोग भी रुक कर मामले की जानकारी लेने लगे। इनके यहा दी गई दबिश
सपा जिलाध्यक्ष युवराज सिंह यादव, सूरजपाल सिंह निवासी सिकंदराराऊ प्राचार्य होडल सिंह इंटर कॉलेज, रमेश वर्मा निवासी भिसी मिर्जापुर प्राचार्य राधा गोविंद महाविद्यालय, अरुण कुमार निवासी गौसगंज प्राचार्य बनखंडी महाराज उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, गिरीशपाल निवासी पिपलगंवा लिपिक बनखंडी महाराज, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, किशन कुमार सिकंदराराऊ, संजय कुमार निवासी भुर्रका, प्रमोद कुमार निवासी नावली लालपुर, सुनील कुमार निवासी रतिभानपुर, रविंद्र निवासी रतिभानपुर, मणिप्रताप सिंह निवासी शेरपुर, राजकुमार सिंह निवासी मितनपुर हाथरस, राजेश कुमार निवासी रतिभानपुर सिकंदराराऊ।
सीओ सुरेंद्र सिंह का कहना है कि ईओडब्ल्यू से सपा जिलाध्यक्ष युवराज सिंह यादव समेत 13 आरोपितों की गिरफ्तारी की तहरीर प्राप्त हुई थी, जिसके चलते सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें दबिश देने गई थीं, लेकिन कोई भी आरोपित पकड़ में नहीं आया। उनके घरों पर समर्पण के लिए मुनादी करा दी गई है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा। इनसेट---
जिलाध्यक्ष पद पर ताजपोशी के
बाद बढ़ी युवराज की मुश्किलें संसू, सिकंदराराऊ : सपा जिलाध्यक्ष युवराज सिंह यादव के लिए इन दिनों सिर मुड़ाते ही ओले पड़ने जैसी हालत हो गई है। पिछले कई वषरें से वे राजनीतिक रूप से अधिक सक्त्रिय नजर नहीं आ रहे थे। इधर वे एक माह पूर्व सपा के जिलाध्यक्ष बने हैं। वहीं दूसरी ओर तभी से छात्रवृत्ति घोटाले का जिन्न भी बाहर निकला है। पुलिस कार्रवाई को उनकी ताजपोशी से जोड़कर भी देखा जा रहा है, मगर पुलिस की कार्रवाई लंबी जांच प्रक्रिया का हिस्सा है। युवराज सिंह यादव का मुलायम सिंह यादव के शासन काल में जिले की राजनीति में काफी रुतबा रहा है। बिना किसी पद पर रहते हुए भी मुलायम सिंह यादव के वरदहस्त के कारण उनकी तूती बोलती थी। धीरे-धीरे उनके सितारे गर्दिश में चले गए और राजनीतिक रूप से उनकी सक्त्रियता भी कम होती गई।