गांवों की सरकार का पहला सत्र कल, कोरोना नियंत्रण पर चर्चा
शासन के निर्देश पर डीपीआरओ ने हर ग्राम पंचायत पर नामित किए सचिव 27 को दो शिफ्ट में बैठक इसके बारे सचिवों को देनी होगी पुरी रिपोर्ट।
जागरण संवाददाता, हाथरस : मंगलवार को 201 प्रधानों और 2164 सदस्यों के वर्चुअल शपथ के बाद 27 मई को होने वाली ग्राम पंचायतों की पहली बैठक की तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। जिला पंचायत राज अधिकारी बनवारी सिंह ने शासन के निर्देश पर जनपद के सभी सातों ब्लाकों पर बैठक के लिए सचिवों को नामित कर दिया है। निर्देश दिए हैं कि कोरोना से निपटने के साथ विकास कार्यों पर चर्चा की जाए। बैठक में कोरोना के प्रोटोकॉल का पूरी तरह से ध्यान रखा जाए। किसी भी तरह की लापरवाही होने पर कार्रवाई होगी।
27 मई को नवगठित ग्राम पंचायतों की पहली बैठक पंचायत भवन, सामुदायिक केंद्र, स्कूल या खुले स्थान पर करवाई जा सकेगी। एक पंचायत में ग्राम पंचायत सदस्यों की संख्या 9 से लेकर 15 तक होती है। शासन और जिलाधिकारी रमेश रंजन के निर्देश पर जिला पंचायत राज अधिकारी बनवारी सिंह ने पहली बैठक के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। सादाबाद, सासनी, सिकंदराराऊ, हाथरस, मुरसान, सहपऊ और हसायन ब्लाक के लिए सचिव ग्राम पंचायत वार नामित कर दिए हैं। सचिवों को निर्देश दिया गया है कि बैठक का नोटिस जारी कर पंचायतघर पर चस्पा कराएं। बैठक में मुख्य रूप से कोविड 19 से निपटने और इसके समाधान पर चर्चा की जाए। पहली बैठक शांतिपूर्वक हो इसलिए एसपी को भी पत्र लिखकर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था का अनुरोध किया गया है। शपथ के बाद नए प्रधानों से डीएम का वर्चुअल संवाद
जासं, हाथरस : डीएम रमेश रंजन ने नव निर्वाचित प्रधानों को शपथ के बाद शुभकामनाएं देने के साथ कोविड से लड़ने को कहा। उन्होंने वर्चुअल संवाद में कहा कि कोरोना को रोकने में ग्राम पंचायत निगरानी समितियां सक्रिय भूमिका निभाएं।
डीएम ने कहा कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक है कि ग्राम पंचायत की निगरानी समितियां सक्रियता दिखाएं। ग्राम प्रधानों का कार्यकाल शुरू हो चुका है, इसलिए सरकार की विशेष प्राथमिकता वाले कार्यक्रम जैसे- तालाबों का सुंदरीकरण, ग्राम पंचायतों में सभी नालियों का जुड़ाव किसी न किसी तालाब से हो तथा उसमें अवरोध न पैदा हो, इसपर काम करें।
ग्राम प्रधानों से पौधारोपण की कार्य योजना बनाकर वर्षा ऋतु में अधिक से अधिक पौधारोपण की बात कही। ग्राम पंचायतों में स्वच्छता के ऊपर विशेष ध्यान दिया जाए। जनपद की 150 ग्राम पंचायतों में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था की जा चुकी है। बाकी ग्राम पंचायतों में भी डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। ग्राम पंचायतों में खेल का मैदान विकसित किया जाना है, जिसके लिए ग्राम पंचायतों में जगह का चिह्नीकरण किया जा चुका है। खेल का मैदान विकसित होने से गांव के बच्चों के लिये खेलने एवं गांव के बुजुर्गो को बैठने एवं टहलने का एक स्थान नियत होगा।