समय समाप्त होने के बाद पहुंचा नामांकन दाखिल करने, हंगामा
क्षेत्र पंचायत सदस्य वार्ड 79 का है मामला एआरओ की टेबल पर नामांकन पत्र फेंककर चला गया
संसू, हाथरस : सिकंदराराऊ विकासखंड कार्यालय पर क्षेत्र पंचायत के वार्ड संख्या 79 से नामांकन करने के लिए एक आवेदक पहुंचा तो एआरओ ने समय समाप्त होने का हवाला देते हुए फॉर्म जमा करने से मना कर दिया। आवेदक ने खासा हंगामा किया। उसके बाद एआरओ टेबल पर अपना नामांकन फेंककर चला गया।
आरओ डॉ. बीपी सिंह ने बताया कि सिकंदराराऊ क्षेत्र पंचायत के वार्ड संख्या 79 से क्षेत्र पंचायत सदस्य हेतु आवेदन करने के लिए एक व्यक्ति पांच बजे के बाद आवेदन करने पहुंचा था। समय समाप्त होने के कारण एआरओ ने आवेदन लेने से मना कर दिया। इससे वह युवक नामांकन फार्म एआरओ टेबल पर पटक कर चला गया। इस फॉर्म को प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाएगा। उप जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह का कहना है कि नामांकन दाखिल करने को लेकर किसी प्रकार का कोई हंगामा नहीं हुआ है। समय समाप्त होने पर नामांकन दाखिल नहीं किया गया।
नाम वापसी पर हुए विवाद
में दोनों पक्षों से 20 पाबंद
संसू, हसायन : हसायन क्षेत्र के ग्राम कानऊ में क्षेत्र पंचायत सदस्य के नामांकन वापसी को लेकर दो दावेदारों में अधिकारियों के सामने कहासुनी हो गई। किसी भी पक्ष की ओर से कोई भी तहरीर नहीं दी गई मगर पुलिस ने दोनों पक्षों के 10-10 लोगों को 5-5 लाख के मुचलके भरवा कर पाबंद किया।
दरअसल लटूरी सिंह की पत्नी ने क्षेत्र पंचायत सदस्य के पद के लिए नामांकन किया है। इसी दौरान सुमंत किशोर सिंह भी पत्नी के लिए नामांकन करवाने आए थे। नामांकन के दौरान विवाद हो गया। आरोप है कि नामांकन वापस करने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। सुमंत किशोर का कहना है कि कुछ लोग उनकी लोकप्रियता को लेकर जलते हैं। यह उनकी मनगढ़ंत कहानी है। किसी के साथ कोई मारपीट नहीं हुई है। कोतवाली इंचार्ज मृदुल कुमार सिंह का कहना है कि नामांकन को लेकर कुछ कहासुनी हो गई थी, जिसमें 10-10 लोगों को पाबंद किया गया है। आबकारी विभाग ने चलाया चेकिग अभियान
जासं, हाथरस : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को देखते हुए जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आबकारी विभाग के अभियान के अंतर्गत जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव के पर्यवेक्षण में आबकारी टीम ने हाथरस जंक्शन एवं सिकंदराराऊ क्षेत्र की भटीकरा एवं बस्तोई स्थित मदिरा की देशी, विदेशी एवं बीयर की दुकानों की सघन चेकिग की। कुछ भी गलत नहीं मिला।