कागजों पर जल रहे नगर पालिका के अलाव
जगह-जगह कूड़ा जलाकर तापने को मजबूर हैं लोग नहीं मिल पा रही रैन बसेरों की सुविधा।
संवाद सहयोगी, हाथरस : जबरदस्त सर्दी के साथ शीतलहर व गलन सितम ढा रही है। सर्दी से लोग कंपकंपा रहे हैं। ऐसे मौसम में लोगों को सर्दी से राहत दिलाने के लिए किए जा रहे सरकारी इंतजाम भी ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहे हैं। जागरण की टीम ने शहर में जलवाए जा रहे अलावों की हकीकत जानने के लिए शनिवार को पड़ताल की। इसमें अधिकांश स्थानों पर अलाव नहीं मिले। बहुतेके स्थानों पर कूड़ा, टायर व पॉलीथिन जलाकर लोग तापते नजर आए।
शहर में शनिवार की सुबह कड़कड़ाती ठंड में जागरण की टीम ने शहर में अलाव जलने की पड़ताल की। इसमें रामलीला ग्राउंड, क्रांति चौक, नयागंज तिराहा, नयागंज चौराहा, चामड़गेट, सादाबाद गेट, सीयल, मेंडू गेट, चक्की बाजार, भूरापीर चौराहा, बागमूला चौराहा, लेबर कालोनी, सासनी गेट सहित करीब 20 स्थानों पर अलाव की कोई व्यवस्था नहीं मिली। कूड़े की आग दे रही राहत
ठंड से बचने के लिए लोग खुद लकड़ी की व्यवस्था कर अलाव जला रहे हैं। कुछ लोग चंदा एकत्रित कर अलाव जलाकर ताप रहे हैं। इनमें घंटाघर, सादाबाद गेट, मुरसान गेट सहित कई स्थानों पर तो लोग दुकानों का कूड़ा एकत्रित कर उसे जलाने को मजबूर हैं। सर्दी से बचने को कुछ जगह पर तो लोग टायर व पॉलीथिन तक जलाकर ठंड से बचने के उपाय कर रहे हैं। शहर में 27 जगह अलाव के दावे
नगर पालिका का दावा है लोगों को सर्दी से बचाने के लिए दिसंबर 2020 में अलाव की व्यवस्था कर दी थी। शहर में प्रतिदिन तालाब चौराहा, सासनी गेट, रोडवेज बस स्टैंड, बागला हॉस्पिटल, हाथरस गेट, कोतवाली सदर, सराफा चौक सहित 27 स्थानों पर अलाव के लिए 40 किलो सूखी लकड़ी की व्यवस्था की जा रही है। इनका कहना है
सर्दी से बचने के लिए अलाव ही मात्र एक सहारा हैं। काम धंधे के लिए बाजार में आना पड़ता है। इससे बचने को चंदा एकत्रित कर अलाव जलवा रहे हैं।
- शंकरलाल, राहगीर नगर पालिका कर्मियों से कई बार शिकायत की। इसके बाद भी जरूरत वाले स्थानों पर अलाव नहीं जलवाए जा रहे। पता नहीं पालिका की लकड़ी कहां जाती है।
-मुन्नालाल, स्थानीय निवासी कड़कड़ाती ठंड पड़ रही है। इससे लोगों को राहत देने के लिए सरकार द्वारा अलाव जलवाए जाते हैं। पर शहर में पर्याप्त संख्या में अलाव की व्यवस्था नहीं हैं।
-दुर्गा प्रसाद, दुकानदार नगर पालिका द्वारा शहर में अलाव जलवाए जा रहे हैं। रात में पालिका की गाड़ी लकड़ी डालने आती है। इन अलावों के जलने से राहगीर व दुकानदारों को राहत मिल रही है।
- विजय शर्मा, दुकानदार
सिस्टम की सुनो
शहर में अलाव जलवाने की व्यवस्था दिसंबर 2020 में ही कर दी थी। इसमें 27 स्थानों पर प्रति दिन सूखी लकड़ी डलवाई जा रही है। रैनबसेरा भी जरूरतमंदों के लिए बनाए गए हैं।
- आशीष शर्मा, चेयरमैन