ग्रीन बेल्ट के पौधे तोड़ने पर दर्ज होगा मुकदमा
शहर में ग्रीन बेल्ट विकसित करने के बाद पौधों को नष्ट होने से बचाने को तीन साल तक रखरखाव की जिम्मेदारी निजी कंपनी को दी जाएगी। पेड़ों को नष्ट करने वालों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।
संस, हाथरस : शहर में ग्रीन बेल्ट विकसित करने के बाद पौधों को नष्ट होने से बचाने को तीन साल तक रखरखाव की जिम्मेदारी निजी कंपनी को दी जाएगी। पेड़ों को नष्ट करने वालों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।
शहर को हरा-भरा रखने के लिए नगर पालिका क्षेत्र में आगरा-अलीगढ़ व मथुरा-बरेली राष्ट्रीय राजमार्गों पर ग्रीन बेल्ट विकसित किया जा रहा है। मथुरा रोड पर ओढ़पुरा तिराहे से लेकर तालाब तक व सिटी स्टेशन से लेकर एस्सार पेट्रोल पंप तक बनाया जा रहा है। यहां करीब 350 पौधे लगाए जाएंगे। अलीगढ़ रोड पर गांधी पार्क से नवग्रह मंदिर तक बनाया जाएगा। वन विभाग से एनओसी नहीं मिलने के कारण काम अभी शुरू नहीं किया गया है।
ग्रीन बेल्ट में पौधारोपण के बाद इस बार सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। पौधों में समय पर पानी डालने की जिम्मेदारी पालिका के जलकल विभाग की होगी। पौधों के रखरखाव के लिए निजी कंपनी को ठेका दिया जाएगा। यह कंपनी तीन साल तक पौधों की देखरेख करेगी। पौधे नष्ट करने पर होगी रिपोर्ट
ग्रीन बेल्ट बनाने के बाद उसे सुरक्षित रखने को पौधों के ट्रीगार्ड के पास लोहे का जाल लगाया जाएगा। पौधों को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ पालिका की ओर से थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। पौधों को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ जानकारी टोलफ्री नंबर 18001025070 पर दी जा सकती है। इनका कहना है
शहर को स्वच्छ रखने के साथ हरा-भरा रखने के लिए तैयारी की जा रही है। इसके लिए नगर पालिका द्वारा दोनों राष्ट्रीय राजमार्गों पर ग्रीन बेल्ट विकसित की जा रही है। पौधों को सुरक्षित रखने लिए भी सख्त इंतजाम किए जा रहे हैं।
-डॉ. विवेकानंद गंगवार, ईओ