काम आई रणनीति, डेढ़ गुना अधिक खरीदा गेहूं
जासं हाथरस लॉकडाउन की वजह से प्रतिकूल हालातों के बावजूद जनपद में पिछली साल की तुलना में डेढ़ गुना अधिक गेहूं की खरीद की गई है। पिछली साल लक्ष्य के सापेक्ष 62 फीसद गेहूं की खरीद हो पाई थी जबकि इस साल 90.61 फीसद खरीद हुई है। इस लक्ष्य के लिए कुशल प्रबंधन के साथ रणनीति काम आई।
जासं, हाथरस : लॉकडाउन की वजह से प्रतिकूल हालातों के बावजूद जनपद में पिछली साल की तुलना में डेढ़ गुना अधिक गेहूं की खरीद की गई है। पिछली साल लक्ष्य के सापेक्ष 62 फीसद गेहूं की खरीद हो पाई थी जबकि इस साल 90.61 फीसद खरीद हुई है। इस लक्ष्य के लिए कुशल प्रबंधन के साथ रणनीति काम आई।
ये रहे थे हालात
जनपद में गेहूं की खरीद 15 अप्रैल से शुरू हुई थी। 57900 टन गेहूं खरीद के लक्ष्य के लिए 56 खरीद केंद्र तहसील, कस्बा व मंडी स्तर पर बनाए गए थे। लॉकडाउन का समय भी चल रहा था। बारदाना की कमी व अन्य सुविधाओं की वजह से कई केंद्र बंद भी चल रहे थे। जहां खरीद हो रही थी वहां उठान नहीं हो रहा था।
यह अपनाई रणनीति
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार ने इस लक्ष्य का श्रेय पूरी टीम को दिया है। उन्होंने बताया कि केंद्र प्रभारियों को पांच हजार कुंतल का लक्ष्य निर्धारित कर दिया और इतना लक्ष्य पूरा करने वालों को मीटिग से रियायत दी गई। पूरा न करने वालों को चेतावनी भी दी गई। आपूर्ति विभाग से 1.50 लाख बोरों का इंतजाम कराया गया। केंद्र खुलवाकर बारदाने की व्यवस्था भी की गई। किसानों का तत्काल पंजीकरण कराया गया। समय पर भुगतान भी हुआ। खरीद केंद्रों पर गेहूं को अधिक समय तक नहीं रहने दिया। इसका नतीजा यह हुआ कि जब 30 जून को खरीद का समय पूरा हुआ तो 57000 टन के सापेक्ष 52462 टन गेहूं की खरीद हुई। पिछली साल की तुलना में डेढ़ गुना अधिक खरीद हुई है। पिछली साल भी 57900 टन का लक्ष्य दिया गया था लेकिन लॉकडाउन जैसे हालात नहीं थे। सिर्फ 35 हजार 898 टन गेहूं ही खरीदा जा सका था। अधिक खरीद होने से प्रशासन के साथ विपणन विभाग के अफसर व अन्य स्टाफ गदगद हैं। वर्जन लॉकडाउन के कारण गेहूं खरीद का लक्ष्य पूरा करना एक बड़ी चुनौती लग रही थी, लेकिन कुशल प्रबंधन और टीम वर्क की वजह से पिछली साल की तुलना में डेढ़ गुना अधिक लक्ष्य हो गया।
प्रवीण कुमार लक्षकार, डीएम