परीक्षा ड्यूटी से दूर 11 शिक्षकों का वेतन रोका
बोर्ड परीक्षा केंद्र संचालकों की रिपोर्ट के आधार पर की गई कार्रवाई डीआइओएस ने बीएसए को भेजी की थी अनुपस्थित शिक्षकों की सूची
संवाद सहयोगी, हाथरस : हर माह वेतन लेने के बाद भी बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात शिक्षक यूपी बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी देने से बच रहे हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक की रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने ग्यारह सहायक अध्यापकों का वेतन रोक दिया है।
यूपी बोर्ड परीक्षा में माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों के अलावा बेसिक स्कूलों में तैनात शिक्षकों की ड्यूटी भी बतौर कक्ष निरीक्षक लगाई गई थी। मुख्य परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं, लेकिन तमाम कक्ष निरीक्षक अभी तक ड्यूटी करने नहीं आए। इससे केंद्र व्यवस्थापकों को दिक्कत हो रही है।
ज्ञान भारती पब्लिक इंटर कॉलेज मैंडू में प्राथमिक विद्यालय भदामई के काले खां, प्राथमिक विद्यालय वाहनपुर की श्वेता सेंगर तथा पूर्व माध्यमिक विद्यालय चंद्रगढ़ी के सहायक अध्यापक रोबिन ¨सह की ड्यूटी लगाई गई थी। हरप्रसाद मान ¨सह इंटर कॉलेज नगला उम्मेद में पूर्व माध्यमिक विद्यालय नगला मढू की समरजीत कौर, पूर्व माध्यमिक विद्यालय रुहेरी की मुक्ता कौशल, सरोज कुमारी व प्राथमिक विद्यालय औधुआ के भूपेंद्र कुमार वर्मा की ड्यूटी लगी थी। शिवचरन लाल इंटर कॉलेज अर्जुनपुर में पूर्व माध्यमिक विद्यालय नगला बिहारी के अनिल कुमार व पूर्व माध्यमिक विद्यालय बामौली के सहायक अध्यापक कुलदीप शर्मा, हरिप्यारी देवी पूर्व माध्यमिक विद्यालय रोहई के सहायक अध्यापक सुनील कुमार व गुरुदत्त शर्मा की ड्यूटी लगी थी। सात फरवरी से परीक्षा चल रही है, लेकिन उपरोक्त शिक्षकों ने ड्यूटी ज्वाइन नहीं की। जिला विद्यालय निरीक्षक सुनील कुमार ने केंद्र व्यवस्थापकों की रिपोर्ट पर गैरहाजिर शिक्षकों का वेतन रोकने के लिए पत्र संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को लिखा था। अब बीएसए हरीशचंद्र ने इन शिक्षकों का वेतन रोक दिया है। इनकी सुनो
11 सहायक अध्यापकों ने यूपी बोर्ड परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्य में लापरवाही बरती है। ड्यूटी न देने वाले शिक्षकों का वेतन रोक दिया है।
-हरीशचंद्र, बेसिक शिक्षा अधिकारी, हाथरस।