सॉरी, मशीन फेल है, मैनुअल टिकट ही मिलेगी
अव्यवस्था रोडवेज की अधिकांश टिकट मशीन खराब मैनुअल टिकट व वेबिल लेकर चल रहे परिचालक
जागरण संवाददाता, हाथरस : रोडवेज महकमा भ्रष्टाचार को खुद न्योता दे रहा है। जिन इलेक्ट्रोनिक मशीनों से एमएसटी कार्ड चेक होते हैं वह अधिकांश खराब हैं। एक कंडक्टर पर मशीन के साथ मैनुअल टिकट दिखीं तो मुसाफिरों ने पूछ लिया कि दोनों व्यवस्थाएं रखते हैं। ज्यादातर मशीन खराब ही रहती हैं। इसलिए मैनुअल टिकट बनानी पड़ती हैं।
अधिकांश कंडक्टर ईटीएम यानी इलेक्ट्रानिक मशीनें रखते हैं। इससे सबसे बड़ा फायदा होता है सब कुछ ऑनलाइन डाटा। मिनटों का काम सेकंड में होता है। न तो वेबिल का झंझट न टिकट बनाने का, सब कुछ मशीन में फीड हो जाता है। खास बात तो ये मशीनें ये भी बता देती हैं कि एमएसटी रीचार्ज हुई है नहीं। फर्जी एमएसटी का खेल पिछले साल रोडवेज में पकड़ा गया था। तब के बाद कुछ सतर्कता भी दिखी, मगर मशीनें फिर से जवाब देने लगी हैं। अधिकांश मशीनें खराब होने की शिकायतें मिल रही हैं। लगता है कि इस कारण फर्जी एमएसटी धड़ाधड़ चल रही हैं। हाथरस डिपो के स्टेशन प्रभारी वीरी सिंह का दावा है कि हाथरस डिपो में तो सभी मशीनें दुरुस्त हैं।