सॉल्वर चंद मिनट में हल कर रहे पेपर
संवाद सहयोगी, हाथरस: डॉ.बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय के अधीन आने वाले महाविद्यालयों की पर
संवाद सहयोगी, हाथरस: डॉ.बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय के अधीन आने वाले महाविद्यालयों की परीक्षाओं में नकल नहीं रुक रही है। वित्तविहीन महाविद्यालयों में बाकायदा सॉल्वर बैठाकर पेपर हल कराया जा रहा है, जिसका पर्दाफाश सिकंदराराऊ में हो चुका है, मगर अभी भी विश्वविद्यालय स्तर से नकल रोकने की पुख्ता व्यवस्था नहीं हो पाई है।
यूपी बोर्ड में नकल का रोग अब विश्वविद्यालय की परीक्षाओं को भी लग चुका है। इस कार्य में ज्यादातर वित्तविहीन महाविद्यालय ही शामिल हैं। नकल के गोरखधंधे की वजह से ही जिले में वित्तविहीन महाविद्यालयों की संख्या अस्सी से अधिक हो गई है। इंटर कॉलेजों की परीक्षाओं में अंकुश लग जाने के बाद अब महाविद्यालयों की परीक्षाओं में बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर नकल का खेल चल रहा है। सिकंदराराऊ के परीक्षा केंद्र पर तीन शिक्षिकाएं पेपर सॉल्व करते पकड़ी जा चुकी हैं। जो परीक्षार्थी नकल के नाम पर केंद्र संचालकों को पैसे नहीं दे रहे, उनके साथ मारपीट के अलावा उनका पेपर खराब करने की धमकियां तक दी जा रही हैं मगर कोई भी खुलकर इसके खिलाफ बोलने को तैयार नहीं है। विश्वविद्यालय की ओर से सचल दल भी गठित कर दिया गया है, जो लगातार वित्तविहीन परीक्षा केंद्रों पर जाकर छापेमारी कर रहा है, लेकिन नकल पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। दरअसल परीक्षा केद्रों पर सॉल्वर मौजूद रहते हैं जो चंद मिनट में ही पेपर को सॉल्व करके चले जाते हैं। शुक्रवार को सुबह की पाली में बीएससी तृतीय वर्ष के परीक्षार्थियों की रसायन विज्ञान की परीक्षा हुई। दोपहर की पाली में बीए प्रथम वर्ष तथा तीसरी पाली में बीए द्वितीय वर्ष के परीक्षार्थियों की परीक्षा कराई गई। कहीं कोई नकलची नहीं पकड़ा गया।