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प्याज उत्पादक राज्यों में ही आसमान छू रहे दाम

महंगाई की मार 60 से 70 रुपये प्रति किलो है प्याज की फुटकर कीमतें जागो सरकार पूर्व में दिल्ली की सरकार भी गिरा चुकी है प्याज की बड़ी कीमतें

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Sep 2019 12:51 AM (IST)Updated: Tue, 24 Sep 2019 12:51 AM (IST)
प्याज उत्पादक राज्यों में ही आसमान छू रहे दाम
प्याज उत्पादक राज्यों में ही आसमान छू रहे दाम

जासं, हाथरस : प्याज उत्पादक महाराष्ट्र व अन्य राज्यों में बारिश से नष्ट हो चुकी प्याज की फसल के चलते इसकी कीमतें आसमान छूने लगी हैं। महाराष्ट्र में भी ही प्याज 45 से 50 रुपये प्रति किलो तक बिक रही है। महंगी हो रही प्याज गरीबों के भोजन की थाली से दूर होती जा रही है। पूर्व में दिल्ली की सरकार भी गिरा चुकी प्याज से घवराए सरकारी नुमाइंदे अब इसका स्टाक तय करने की तैयार कर रहे हैं। अब इसपर फैसला अति शीघ्र होना चाहिए।

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सब्जियों की बढ़ती कीमतों से लोग पहले से ही परेशान हैं। अब प्याज की कीमतें भी आसमान छूने लगी हैं। बाजार में प्याज 60 से 70 रुपये किलो बिक रही है। प्याज का महत्व भारतीय व्यंजनों में बहुत है। बिना इसके बनने वाली सब्जियों का कोई महत्व नहीं है। सब्जियों को स्वादिष्ट व तीखा बनाने के साथ यह सलाद आदि के रूप में भी खूब प्रयोग की जाती है। बाजार में प्याज की फुटकर कीमत 60 से 70 रुपये प्रति किलोग्राम है। थोक में इसके मंडी रेट 40 से 45 रुपये प्रति किलो के बीच में हैं। अब बाजार में बढ़ती कीमतों के चलते गरीबों की थाली से प्याज दूर होती जा रही है। बताते हैं कि प्याज की कीमतें बढ़ने का कारण महाराष्ट्र आदि प्याज उत्पादक राज्यों में भारी बारिश के चलते प्याज की फसल का नष्ट होना है। सबसे अधिक प्याज नासिक से आती है। मंडियों में जो प्याज आ रही है वह 5-6 माह पुराना स्टाक है।

पूर्व में सरकार गिरा चुकी इस प्याज की बढ़ती कीमत से घबराए सरकारी नुमाइंदे प्याज का स्टाक तय करने के साथ इसकी कालाबाजारी रोकने की तैयारी कर रहे हैं। अभी तक स्थानीय प्रशासन ने प्याज के स्टाक आदि को लेकर कोई कदम नहीं उठाया है।

इनका कहना है

मंडी में प्याज की आवक कम होने से ही प्याज के रेट बढ़ रहे हैं। मंडी में इसके थोक रेट 40 से 50 रुपये किलो के बीच हैं, जो ऊपर-नीचे होते रहते हैं। आने वाले दिनों में प्याज की कीमतें घट भी सकती हैं।

-जावेद थोक व्यापारी, मंडी समिति हाथरस

थोक रेट में प्याज खरीदने के बाद ही उसे कुछ रेट बढ़ाकर बेचा जाता है। प्याज जल्दी खराब हो जाती है। इसलिए इसे शुरुआत में ही अच्छे रेटों पर बेता जाता है।

-शाजिब, फुटकर व्यापारी वहां मंडी का भाव कम होने है। इस लिए अपनी प्याज बेचने हाथरस आया हूं। यहां भी अच्छे रेट नहीं मिल पा रहे हैं। अब तो नई प्याज भी आने वाली है। इससे प्याज के रेट और गिर जाएंगे।

-खियाराम, व्यापारी भोलागढ़ राजस्थान


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