रोक न सकीं पर्दे की बंशिदें
जासं हाथरस घूंघट की आड़ में भी महिलाओं ने गजब उत्साह दिखाया। पर्दे की बंदिशें भी उन्हें रोक न सकीं। शहर व देहात के इलाकों में सुबह से ही बूथों पर मुस्लिम महिलाएं की लंबी कतारें लगी रहीं।
जासं, हाथरस : घूंघट की आड़ में भी महिलाओं ने गजब उत्साह दिखाया। पर्दे की बंदिशें भी उन्हें रोक न सकीं। शहर व देहात के इलाकों में सुबह से ही बूथों पर मुस्लिम महिलाएं की लंबी कतारें लगी रहीं।
इस बार मतदान में महिलाओं का प्रतिशत भी अधिक रहा। सादाबाद, मुरसान, हाथरस, सिकंदराराऊ, सहपऊ, हसायन, पुरदिलनगर आदि के इलाकों में काफी संख्या में महिलाएं अपने मताधिकार का प्रयोग करती हुई नजर आयी। अधिकांश महिलाएं घूंघट की आड़ में थी। सादाबाद की रहने वाली महिला राम दुलारी ने कहा कि घूंघट में सब दिखता है। श्रीदेवी का कहना था कि वह हर बार चुनाव डालने के लिए आती हैं। अपने साथ आस-पास की महिलाओं को भी लेकर आई थीं। कहने लगीं, गांव की महिलाओं को बड़े व बुजुर्गों के सामने घूंघट तो करना ही पड़ता है। यह गांव की संस्कृति भी है। पुरदिलनगर क्षेत्र में अनीता भी लंबा घूंघट डाले हुई थीं। ऐसे ही शहर के लाला नगला, नाई नगला, रामबाग इंटर कालेज के अलावा सादाबाद, सिकंदराराऊ में महिलाएं मतदान के लिए उत्साहित रहीं।