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ईवीएम की सुरक्षा में सेंध पर गोली मारने के आदेश

एमजी पॉलीटेक्निक में तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था में रखी गईं ईवीएम कड़ी चौकसी -सीसीटीवी की भी निगरानी दिन में कई चरणों में होगी चेकिग -डीएम ने लिया सुरक्षा व्यवस्था का जायजा कड़े पहरे के निर्देश

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Apr 2019 06:28 AM (IST)Updated: Sat, 20 Apr 2019 06:28 AM (IST)
ईवीएम की सुरक्षा में सेंध  पर गोली मारने के आदेश
ईवीएम की सुरक्षा में सेंध पर गोली मारने के आदेश

जागरण संवाददाता, हाथरस : एमजी पॉलीटेक्निक में ईवीएम के लिए लगे थ्री-टियर (त्रिस्तरीय) सुरक्षा चक्रव्यूह को भेद पाना मुमकिन नहीं होगा। इस सुरक्षा को भेदने की कोशिश भर पर सीधे गोली मारने के आदेश हैं। तीन चरण में फोर्स के अलावा सीसीटीवी कैमरे भी ईवीएम की निगरानी करेंगे। इसके अलावा समय-समय पर मजिस्ट्रेटी चेकिग भी होगी। अधिकारी व प्रत्याशियों की मौजूदगी में स्ट्रांग रूम सील किए गए हैं। यह होगा चक्रव्यूह :

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इस थ्री-टियर व्यवस्था में इनर कॉर्डन में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) की एक कंपनी तैनात की गई है। इन्हें मजिस्ट्रेटी पावर भी दी गई है। यानी इन्हें गोली मारने के लिए किसी आदेश की जरूरत नहीं पड़ेगी। एमजी पॉलीटेक्निक की बिल्डिग पर अगले एक महीने के लिए पैरामिलिट्री का कब्जा होगा। यहां परिदा भी पर नहीं मार सकेगा। मुख्य गेट पर जवान बॉर्डर पर बनी किसी बंकर की तरह राइफल लेकर तैनात हैं। कमरों के आसपास केवल जवान होंगे। मिडिल कॉर्डन में सिविल पुलिस रहेगी। यानी बिल्डिग के चारों ओर पुलिस कर्मी तैनात होंगे। इनमें दो-दो शिफ्ट के अनुसार चार टीम लगाई गई हैं। एक टीम में दो एसआइ चार आरक्षी तैनात हैं। एक टीम बिल्डिग के आगे व एक पीछे रहेगी। रात में शिफ्ट बदलेगी। आउटर कॉर्डन का पहरा भी सख्त रहेगा। एमजी पॉलीटेक्निक के बाहर चारों ओर फोर्स रहेगा। मुख्य गेट सील रहेंगे। यहां की जिम्मेदारी दो इंस्पेक्टर, 10 एसआइ व 18 आरक्षियों के हवाले की गई है। इनकी दिन-रात दो शिफ्ट में ड्यूटी रहेगी। सीओ सिटी के नेतृत्व में यह सुरक्षा व्यवस्था रहेगी।

24 घंटे में कई बार चेकिग :

तगड़ी चौकसी के लिए 24 घंटे में कई बार चेकिग होगी। इनमें एसडीएम व सीओ रैंक के अधिकारी नियमित चेकिग करेंगे तथा रजिस्टर में एंट्री की जाएगी। इंस्पेक्टर भी एक दिन में तीन से चार बार नियमित चेकिग करेंगे। रोस्टर के अनुसार सभी की ड्यूटी लगाई गई है। मजिस्ट्रेट चेकिग भी होगी। डीएम-एसपी समय-समय पर यहां आते रहेंगे। दर्जनों कैमरे करेंगे निगरानी

सुरक्षा के लिए तकनीक का भी सहारा लिया जा रहा है। आइपी बेस्ड सिक्योरिटी सिस्टम के जरिए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी एमजी पॉलीटेक्निक में होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। इसके लिए इंटरनेट प्रोटोकॉल(आइपी) बेस्ड कैमरे इंस्टॉल किए गए हैं। यहां हर स्ट्रांग रूम पर तीन से चार कैमरे हैं। कुल नौ स्ट्रांग रूम हैं। इसके अलावा बाहर व अंदर हर कॉरिडोर में कैमरे लगाए गए हैं। फोर्स की गतिविधियां भी अधिकारी अपने कंट्रोल रूम से देख सकेंगे। इन्हें संचालित रखने के लिए प्राइवेट कर्मचारी भी तैनात किए गए हैं। कैमरे चलते रहें इसके लिए निर्बाध बिजली की भी व्यवस्था की गई है।


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