प्रत्येक ग्राम पंचायत में गोवंश आश्रय के लिए बाड़े
सीडीओ ने जूम के जरिए दिए सभी एडीओ और सचिवों को दिशा-निर्देश ग्राम पंचायतों की डीपीआर 26 जनवरी तक उपलब्ध कराने को कहा।
जागरण संवाददाता, हाथरस : चुनाव के दौरान लगातार विपक्ष सरकार पर मवेशियों के खुले में घूमने का आरोप लगाते हुए भाजपा की घेराबंदी कर रहा है। ऐसे में अचानक सक्रिय हुए सरकारी सिस्टम ने अधीनस्थों को चेताते हुए हर ग्राम पंचायत में गोवंश आश्रय के लिए वार्ड बनाए जाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि निर्मित पंचायत भवनों को ग्राम सचिवालय के रूप में क्रियाशील किया जाए। सभी सहायक विकास अधिकारी एवं सचिव ग्राम पंचायत को प्रत्येक ग्राम पंचायत में गोवंश आश्रय के लिए वार्ड बनाने के निर्देश दिए।
मुख्य विकास अधिकारी साहित्य प्रकाश मिश्र ने एडीओ व ग्राम पंचायत सचिवों से जूम वीसी के माध्यम से विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने योजनाओं की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। मुख्य विकास अधिकारी ने ग्राम पंचायतों की डीपीआर तैयार कर 26 जनवरी तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिन लाभार्थियों के शौचालय निर्माण पूरे हो चुके हैं ऐसे लाभार्थियों को द्वितीय किस्त की धनराशि भेजे जाने के लिए मांग 25 जनवरी तक भेजी जाए। स्वच्छ शौचालय की टैगिग की प्रगति को बढ़ाया जाए। जनपद की जिओ टैगिग का प्रगति प्रतिशत 40.56 है, जो कि राज्य की जिओ टैगिग की औसत प्रगति प्रतिशत 60.24 से काफी कम है।
जिले की 66 ग्राम पंचायतों के 78 राजस्व ग्रामों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट पदार्थों के निस्तारण कार्य के लिए ग्राम पंचायतों के वर्चुअल एकाउंट में उपलब्ध कराई गई धनराशि रुपये 247.63 लाख के सापेक्ष व्यय धनराशि की प्रगति शून्य पाई गई। मुख्य विकास अधिकारी ने लापरवाही ग्राम पंचायत सचिवों पर कार्रवाई के निर्देश दिए।