लोक अदालत में 1,721 वादों का निस्तारण
राहत -16 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया 10 जोड़े खुशी से घर गए। -जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में हुआ आयोजन
जासं, हाथरस: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जनपद न्यायाधीश अरुण चंद्र श्रीवास्तव की अध्यक्षता में किया गया। इस साल की तीसरी लोक अदालत में जिलेभर में 1,721 वादों का निस्तारण किया गया।
मोटर दुर्घटना प्रतिकर के तीन वाद निस्तारित कर 11.51 लाख रुपये दिलाए गए। 21 सिविल, 19 पारिवारिक, छह वाद एनआई एक्ट निपटाए गए। 346 राजस्व वादों का निस्तारण करते हुए 1,86,900 रुपये जुर्माना वसूला गया। एडीजे कोर्ट चतुर्थ में विद्युत अधिनियम के 92 वादों का निस्तारण कर 4.10 लाख रुपये अर्थदंड वसूला गया। 807 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 1,39,700 रुपये वसूले गए। बैंक के कुल 424 मामलों का निस्तारण कर 3 करोड़ 46 लाख 61 हजार 567 रुपये में समझौता दाखिल किया गया। डीजे कोर्ट से एक फौजदारी वाद का निस्तारित हुआ। तीन सिविल वाद निस्तारित हुए। एडीजे कोर्ट प्रथम के यहां दो फौजदारी वाद, विशेष न्यायाधीश एससीएसटी एक्ट कोर्ट में चार फौजदारी वाद, एडीजे एफटीसी प्रथम के यहां एक वाद, एफटीसी कोर्ट द्वितीय में तीन वाद व एडीजे कोर्ट द्वितीय में दो वाद निस्तारित किए गए। प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय में 16 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया। इनमें 10 जोड़े राजी खुशी से अपने घर गए।
सीजेएम कोर्ट में 237 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर, 71,360 रुपये अर्थदंड वसूला गया। सिविल जज(वप्र) न्यायालय में 10 सिविल वाद, एसीजेएम कोर्ट में 262 लघु आपराधिक वाद निस्तारित किए गए। सादाबाद में 157, सिकंदराराऊ में 144 वादों का निस्तारण किया गया।
एडीएम कोर्ट में 20 राजस्व वादो का निस्तारण कर 1.20 लाख रुपये वसूले गए। एसडीएम हाथरस कोर्ट में 134, सादाबाद 46, सिकंदराराऊ में 20 व सासनी में 50 वादों का निस्तारण किया गया। तहसीलदार, सासनी के न्यायालय से 13, सादाबाद व हाथरस में 20-20 व सिकंदराराऊ में 18 राजस्व वाद निपटाए गए। सहायक आयुक्त स्टांप के न्यायालय से पांच वाद निपटाकर 66 हजार 900 रुपये बरामद किए गए। प्राधिकरण सचिव शिवकुमारी ने सभी का आभार व्यक्त किया।