आंबेडकर के जरिए खेला एससी कार्ड
आंबेडकर पार्क में समापन वाली तस्वीर लगाएं।) सियासत : ओढ़पुरा स्थित आंबेडकर पार्क पर समापन को लेकर चर्चाएं ब्लर्ब- लोकसभा चुनाव से पहले हर वर्ग को लुभाने की हो कोशिश, पार्टी के नेता जी-जान से जुटे
प्रमोद ¨सह, हाथरस :
कमल संदेश यात्रा में हजारों की भीड़ जुटाकर भाजपाई गद्गद दिखे। यात्रा के अंत में आंबेडकर पार्क में समापन के जरिए भाजपाइयों ने एससी कार्ड खेलकर अनुसूचित जाति के लोगों को लुभाने की कोशिश की। सियासी गलियारे में इसकी खासी चर्चा रही।
हाथरस लोकसभा सीट सुरक्षित है और यहां वर्ष 1991 से भाजपा का ही दबदबा रहा है। तब यहां लालबहादुर रावल सांसद थे। हाथरस जिला बनने के बाद भी सांसद पद पर भाजपा का दबदबा कायम रहा। जनता ने खूब प्यार लुटाया और किशनलाल दिलेर लगातार यहां चार बार सांसद बने। वह वर्ष 1996 से 2004 तक सांसद रहे। 2009 में रालोद से गठबंधन के बाद यहां से रालोद प्रत्याशी सारिका ¨सह बघेल जीतीं। वर्ष 2014 में मोदी लहर में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की और राजेश दिवाकर सांसद बने। विधानसभा चुनावों में भी भाजपा का जादू कायम रहा। यही वजह रही कि लोकसभा क्षेत्र की पांचों विधानसभा सीटों में से चार में भाजपा के प्रत्याशी जीते। पांचों विधानसभा क्षेत्रों में दो सीटें हाथरस सदर और इगलास सुरक्षित हैं। दोनों में भाजपा के ही विधायक हैं। इसी को ध्यान रखते हुए भाजपाइयों ने कमल संदेश बाइक रैली में अनुसूचित जाति का कार्ड खेलकर विरोधी दलों की बेचैनी बढ़ा दी है। भगत ¨सह पार्क में
होना था समापन
पार्टी हाईकमान ने महापुरुषों के स्थलों पर समापन के निर्देश दिए थे। कमल संदेश यात्रा को लेकर करीब एक महीने से तैयारियां चल रही थीं। इसके रूट, समापन और इसके स्वरूप को लेकर भी मंथन किया गया। पदाधिकारियों से विचार भी मांगे गए थे। इस दौरान आगरा रोड स्थित सरदार भगत ¨सह पार्क पर समापन की बात भी आई थी। हाथरस लोकसभा क्षेत्र की स्थिति, यहां की वोटरों के मनोदशा पर विचार करते हुए ओढ़पुरा स्थित आंबेडकर पार्क पर यात्रा का समापन तय किया गया। इनका कहना है
पहले बागला कॉलेज में ही रैली के समापन पर तय किया जा रहा था, लेकिन बीच में रेलवे फाटक के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन ने ट्रैफिक व्यवस्था चरमराने की बात कही थी। इसके बाद सभी के साथ विचार करने के बाद आंबेडकर पार्क में यात्रा के समापन करना तय हुआ।
-गौरव आर्य, जिलाध्यक्ष भाजपा।