सतेंद्र सभापति और पंकज प्रेमाकर बने उपसभापति
संवाद सहयोगी, हाथरस : क्रय विक्रय सहकारी समिति के प्रतिष्ठापरक चुनाव में कश्मकश के बाद सत
संवाद सहयोगी, हाथरस : क्रय विक्रय सहकारी समिति के प्रतिष्ठापरक चुनाव में कश्मकश के बाद सतेंद्र ¨सह को टाई में निकली पर्ची के बाद विजय हासिल हुई। वहीं उपसभापति के लिए बंटी प्रेमाकर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को दो वोट से हराकर जीत दर्ज की। चुनाव के दौरान जहां पुलिस चौकन्ना रही, वहीं तमाम भाजपा नेता भी मौजूद रहे।
क्रय विक्रय सहकारी समिति के पदाधिकारियों के लिए यहां नगला नाई में समिति कार्यालय पर चुनाव अधिकारी कृष्णकुमार राघव, सहायक निर्वाचन अधिकारी ओमप्रकाश एडीओ पीपी, सहकारी निरीक्षक मुकेश कुमार की देखरेख में सुबह से ही चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई। मतदाता सूची का प्रकाशन होने के बाद 12 बजे तक नामांकन होना था। इस बीच सभापति पद के लिए भाजपा नेता सतेंद्र ¨सह व हेम¨सह ठेनुआ की पत्नी राजबाला ने नामांकन दाखिल किया, जबकि सभापति पद के लिए पंकज प्रेमाकर का नाम नियत समय तक जमा किया गया, लेकिन उप सभापति के लिए समय निकलने के बाद सतीश चंद्र का नामांकन जमा किए जाने पर विरोध शुरू हो गया। इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की गई, जिसके चलते यह नामांकन निरस्त करने की घोषणा की गई, लेकिन इसी बीच सतीश चंद्र समर्थकों ने पर्चा निरस्त करने में कागजात गायब करने का आरोप लगा दिया और अंत में उपसभापति के लिए भी चुनाव कराने का निर्णय लिया गया। सभापति पद के प्रतिष्ठापरक चुनाव में सतेंद्र ¨सह व राजबाला को बराबर बराबर सात-सात मत मिले, जबकि उप सभापति के लिए पंकज प्रेमाकर को 8 व विपक्षी सतीश चंद्र को 6 मत मिले, जिससे पंकज को विजयी घोषित किया गया। सभापति के लिए पर्ची डालने का फैसला किया गया, जिसमें सतेंद्र ¨सह सभापति निर्वाचित घोषित किए गए। दोनों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। चुनाव के दौरान पूर्व विधायक राजवीर पहलवान, महेंद्र ¨सह सोलंकी, राजेश ¨सह गुड्डू, मदन फौजी, रामकुमार चौधरी, रामवीर भैया, राजेश चौधरी, पूर्व ब्लाक प्रमुख डंबर ¨सह, हरीशंकर वाष्र्णेय, रमेश ठेनुआं, एदल ¨सह, विक्रम ¨सह जादौन, हेम ¨सह ठेनुआं आदि मौजूद थे।