आमदनी से तय होगा ट्रेनों का संचालन और ठहराव
उत्तर पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी आए थे हाथरस सिटी स्टेशन पर भ्रमण के लिए।
जासं, हाथरस : रेल बजट से पहले उत्तर पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी का दौरा रेल यात्रियों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। भविष्य में नई एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव और नई ट्रेनों के संचालन और पूर्व में की गईं अटकलों पर विराम लगाते हुए उन्होंने दो टूक कहा कि ट्रेनों का संचालन और ठहराव आय पर निर्भर करता है। पैसेंजर ट्रेनों से रेलवे को पहले से ही नुकसान हो रहा है। कोई भी संस्था बिना आय के नहीं चल सकता। महानंदा, मुरी और कालका एक्सप्रेस के हाथरस जंक्शन पर ठहराव न होने पर बोले कि ठहराव के लिए आय की प्राथमिकता है।
उत्तर पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक शुक्रवार दोपहर हाथरस सिटी स्टेशन पर भ्रमण के लिए आए थे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने मेंडू स्टेशन से रेलवे लाइन को हाथरस जंक्शन से जोड़ने के सवाल पर कहा कि ऐसी कोई संभावना नहीं है। सिटी रेलवे स्टेशन पर कोच डिस्प्ले की सुविधा न होने से दिव्यांग व अन्य यात्रियों को होने वाली परेशानी पर कहा कि इस समस्या को दूर किया जाएगा। हाथरस किला स्टेशन की उपेक्षा पर कहा कि उसका हम निरीक्षण कराकर संभावनाएं पता कराएंगे। हाथरस में भविष्य में रेल यातायात से जुड़ी कोई और सुविधा मिलने के सवाल पर कहा कि यहां रेल लाइन के विद्युतीकरण का काम हो चुका है। यह एक बड़ा काम है। उनके साथ डीआरएम आशुतोष पंत भी मौजूद थे। इस दौरान विभिन्न संगठनों ने उन्हें मांग पत्र भी दिए।
12 मिनट के भ्रमण में बुके और ज्ञापन ही लिए, देखा कुछ नहीं
जासं, हाथरस : महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी के आने तक रेलवे स्टेशन को चमकाने का दौर चलता रहा। सफाई से लेकर पेंटिग का काम होता रहा। उनकी स्पेशल ट्रेन एक बजकर पांच मिनट पर रुकी और एक बजकर 17 मिनट पर रवाना हो गई। 12 मिनट के निरीक्षण में सिर्फ स्पेशल कोच से प्लेटफार्म पर कदम रखे। इसके बाद स्टेशन पर हुई तैयारियों देखने की जरूरत नहीं समझी। यह समय जनप्रतिनिधियों के मांग पत्र और बुके देने में ही निकल गया। महाप्रबंधक के कुछ मिनटों के भ्रमण में मिलने वालों ने हींग और रबड़ी उपहार के रूप में दिए। यहां की हींग और रबड़ी दूर तक मशहूर है। इसी वजह उन्हें दोनों चीजें दी गईं।
महाप्रबंधक को चेयरमैन ने दिया ज्ञापन
जासं, हाथरस : नगर पालिका चेयरमैन आशीष शर्मा ने महाप्रबंधक को मांगों लेकर एक ज्ञापन दिया। अलीगढ़ रोड स्थित नगर पालिका प्रांगण से आनंद टाकीज होते हुए सासनी गेट चौराहे की ओर फुटओवर ब्रिज निर्माण की अनुमति देने, तालाब चौराहे पर बन रहे ओवरब्रिज को शीघ्र पूरा कराने, अन्त्योदय एक्सप्रेस का हाथरस सिटी स्टेशन पर ठहराव, आगरा कैंट-कोलकाता एक्सप्रेस का हाथरस सिटी स्टेशन पर ठहराव, भागलपुर एक्सप्रेस का हाथरस सिटी स्टेशन पर ठहराव, पूर्व में चलने वाली गाड़ियों का पुन: संचालन करने की मांग की गई है।
कोरोना काल में बंद ट्रेनों को चलाया जाए
जासं, हाथरस : रेलवे परामर्शदात्री समिति सिटी स्टेशन हाथरस के सदस्य कपिल अग्रवाल, दिनेश सरदाना और सौरभ वर्मा ने भी महाप्रबंधक को ज्ञापन दिया। उसमें कहा गया है कि मथुरा कासगंज रेल खंड पर एक भी नियमित दैनिक एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन नहीं किया जा रहा है, जबकि इस टै्रक पर कम से कम दो जोड़ी दैनिक एक्सप्रेस ट्रेनों की आवश्यकता है। बरेली व कानपुर दोनों रूट पर कम से कम एक एक दैनिक एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन किया जाए। मथुरा कासगंज रेल खंड पर चलने वाली साप्ताहिक या त्रैसाप्ताहिक ट्रेनों का हाथरस सिटी पर ठहराव मात्र दो मिनट का है। व्यापारियों को सीधे माल भेजने की सुविधा नहीं मिल पा रही। लंबी दूरी की कुछ ट्रेनों के ठहराव का समय दो से पांच मिनट किया जाए। ठहराव का समय मात्र दो मिनट होने के कारण यात्रियों को अपने कोच तक पहुंचने में काफी समय लग जाता है। अक्सर उनके ट्रेन में चढ़ने से पहले ही ट्रेन चल देती है। कई बार कुछ दिव्यांग यात्री इससे चोटिल भी हुए हैं। यहां कोच डिस्प्ले लगवाए जाएं। कोरोना काल के बाद अब तक मथुरा से कासगंज चलने वाली सभी ट्रेनें बंद हैं। रूट पर चलने वाली गाड़ियों को धीरे-धीरे प्रारंभ कर दिया जाए।