सादाबाद बस स्टैंड दफ्तर में रखा रिकॉर्ड जलाया
रोडवेज के फर्जी चालक-परिचालक कांड से जोड़कर देखा जा रहा है मामला किसकी कारस्तानी -सादाबाद बस स्टैंड पर ही तैनात था गिरोह का सरगना बाबू मेघ ¨सह -ताला तोड़कर सबूत नष्ट करने की आशंका, यहीं होता था फर्जीवाड़ा
जागरण संवाददाता, हाथरस : हाथरस डिपो के सादाबाद बस स्टैंड कार्यालय का ताला तोड़कर किसी ने रिकॉर्ड आग के हवाले कर दिए। फर्जी चालक-परिचालक गिरोह के सरगना मेघ ¨सह की गिरफ्तारी से पहले इसी बस स्टैंड पर उसकी बतौर बाबू तैनाती थी। यहां से भी फर्जीवाड़े का खेल चलता था। अधिकारी आग की घटना को सामान्य बता रहे हैं, लेकिन चर्चा यही है कि गिरोह के सदस्यों ने सबूत नष्ट कराने के लिए इस घटना को अंजाम दिया है।
एसटीएफ, आगरा ने आगरा व अलीगढ़ रेंज में चल रहे गैंग का 21 अगस्त को पर्दाफाश किया था। मुठभेड़ के दौरान इगलास में 11 लोग पकड़े गए थे, जिनमें चार परिवहन निगम के कर्मचारी थे। हाथरस डिपो में तैनात मेघ ¨सह निवासी करील, मुरसान व देवेंद्र ¨सह निवासी पिलखुनी राया (मथुरा) की गिरफ्तारी हुई। देवेंद्र हाथरस डिपो में संविदा पर परिचालक था तथा मेघ ¨सह सादाबाद बस स्टैंड पर बाबू के पद पर तैनात था। इस प्रकरण में इगलास सीओ जांच कर रहे हैं। जल्द ही चार्जशीट लग सकती है। मुख्यालय स्तर से मामले की जांच हुई थी। तीन सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद अधिकारियों पर कार्रवाई हुई। आगरा व अलीगढ़ परिक्षेत्र के आरएम व एआरएम पर गाज गिरी। हाथरस डिपो के एआरएम जीएस शर्मा भी निलंबित किए गए।
प्रकरण में पुलिस की जांच के साथ-साथ विभागीय जांच भी चल रही है। इस बीच मंगलवार तड़के चार बजे नाटकीय ढंग से सादाबाद बस स्टैंड के कार्यालय में रखे रिकॉर्ड को आग के हवाले कर दिया गया। कई रजिस्टर, मोहर व इंक-पैड जल गए। यह सारा सामान टेबल पर रखा था। वहीं पर इनमें आग लगाई गई। ताला तोड़कर घटना को अंजाम दिया गया। मेघ ¨सह के बाद चालक जंगबहादुर को बस स्टैंड कार्यालय पर तैनात किया गया था। वह सुबह पहुंचा तो उसने रिकॉर्ड जला देखा। विभागीय अधिकारियों को सूचना देने के बाद कोतवाली सादाबाद में तहरीर दी। जंगबहादुर ने साधारण तहरीर दी है, किसी पर आरोप नहीं लगाए हैं। यहीं से होता था फर्जीवाड़ा
रोडवेज में चल रहे फर्जीवाड़े को उजागर करने वाले शिकायतकर्ता पंकज लवानिया का कहना है कि सरगना मेघ ¨सह यहीं से गिरोह का संचालन करता था। फर्जी चालक-परिचालकों की ड्यूटी, बसों का हिसाब आदि रखता था। पंकज लवानिया के अनुसार अधिकतर रिकॉर्ड को पहले ही जांच कमेटी जब्त कर चुकी है। संभावना है कि कुछ रिकॉर्ड रह गए होंगे, जिन्हें आग के हवाले किया गया हो। इनका कहना है
किसी शरारती तत्व ने आग की घटना को अंजाम दिया है। सादाबाद बस स्टैंड पर उपस्थिति पंजिका के अलावा कोई रिकॉर्ड नहीं था। इसलिए किसी षड्यंत्र की गुंजाइश नहीं लग रही। मामले में तहरीर दे दी गई है। पुलिस छानबीन कर रही है।
-वीरी ¨सह, स्टेशन प्रभारी, हाथरस डिपो