जलमग्न हुआ पुरदिलनगर-भुर्रका मार्ग, 24 गांवों के राहगीर परेशान
भुर्रका-पुरदिलनगर के रास्ते से जुड़े हैं क्षेत्र के करीब 12 गांव खराब मार्ग की फरियाद के बाद भी नहीं चेत रहा प्रशासन।
संवाद सूत्र, पुरदिलनगर : क्षेत्र में पुरदिलनगर-भुर्रका मार्ग पर जलभराव के चलते दलदल बन गया है। कीचड़ से अटे इस मार्ग से वाहन चालकों के साथ राहगीरों का निकलना मुश्किल हो गया है। इस मार्ग पर चलने वाली बस व टेंपो के बंद होने से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कस्बा पुरदिलनगर से भुर्रका जाने वाले मार्ग की स्थिति खस्ताहाल हो गई है। इस मार्ग को बनाने के लिए मिट्टी तो डाल दी गई, मगर उसके आगे का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ है। गांव का पानी और किसानों द्वारा सिचाई के लिए डाले गए पाइपों से रिसते हुए पानी इस मार्ग पर जमा होता रहा है। इस मार्ग की दुर्दशा से राहगीरों के साथ स्थानीय लोग भी परेशान हैं।
ग्रामीणों की मुसीबत : इस मार्ग से संतीपुर, नगला जंगुरी, पोरा, गुंगरौली आदि करीब 24 गांवों के लोगों के लिए यातायात का मुख्य मार्ग है। एटा जाने के लिए सबसे आसान रास्ता यही है। इससे राहगीर परेशान हैं। इनका कहना है-
पुरदिलनगर या सिकंदराराऊ जाने के लिए गांव के लोगों का यही प्रमुख रास्ता है मगर इसकी दशा सुधारने की चिंता नहीं है।
-पूता सिंह यादव यह मार्ग काफी दिनों से क्षतिग्रस्त पड़ा हुआ है। इसके लिए कई बार शिकायतें भी की गई मगर कोई ध्यान नहीं दे रहा।
- हरवीर सिंह इस मार्ग पर निर्माण कार्य कराने के लिए मिट्टी डलवाई गई। उसके बाद इसे बनवाना अधिकारी भूल गए हैं।
-राकेश कुमार शर्मा, राहगीर भुर्रका मार्ग एटा जाने के लिए सबसे सुलभ रास्ता है। सिकंदराराऊ मार्ग पर निर्माण के चलते यात्री इसी मार्ग से गुजरते हैं।
-प्रकाश सिंह, राहगीर इस मार्ग का निर्माण पीडब्लूडी द्वारा किया जाएगा। इसके लिए जिलाधिकारी व सांसद को भी अवगत कराने के बाद भी अभी तक कोई कार्य नहीं हुआ।
-राजू सिंह, प्रधान भुर्रका