दिन में पूजन, रात में होलिका दहन
जिले के 1268 स्थानों पर हुआ होलिका दहन दी गईं शुभकामनाएं शुभ होली सुबह से ही होलिका दहन स्थलों पर पूजन के लिए जुटी महिलाओं की भीड़ शाम होते ही दौड़ने लगीं हुरियारों की बाइके सवा नौ बजे जली बड़ी होलिका
जागरण संवाददाता, हाथरस : बुधवार को पूरे दिन होली की मस्ती छाई रही। दिन में होलिका दहन स्थलों पर पूजा अर्चना का दौर चला। महिलाओं ने विधि विधान से पूजा-अर्चना की। रात में 1268 स्थलों पर होलिका दहन हुआ। इस दौरान हुरियारे बाइकों पर फर्राटे भरते नजर आए। लोगों ने एक दूसरे को गले मिलकर होली की शुभकामनाएं दीं। होलिका दहन स्थलों पर फिल्मी गीतों पर लोग थिकरते नजर आए।
बुधवार की रात सवा नौ बजे किला गेट पर बड़ी होलिका का दहन किया गया। इसके पहले वेदमंत्रों के साथ पूजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में पालिकाध्यक्ष आशीष शर्मा के अलावा बड़ी होली के प्रबंधक सुरेश चंद्र आंधीवाल, डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल आंधीवाल एडवोकेट समेत अन्य लोग मौजूद रहे। इसके साथ ही पूरे शहर में सजी होलिका में भी अग्नि का प्रवेश किया गया। होलिका दहन स्थलों से अग्नि लेकर लोग अपने घर पहुंचे और घरों में सजाई गई होलिका का भी पूजन कर अग्नि का प्रवेश कराया। इसके अलावा मुरसान गेट, होली वाली गली, सीयल पर भी होलिका दहन स्थलों पर भी विधि विधान के साथ कार्यक्रम हुए।
मधुगढ़ी रानी मिल के सामने रखी होली सबसे ज्यादा आकृर्षण का केंद्र बनी रही। यहां पर मथुरा से लायी गई होलिका व भक्त प्रहलाद की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बनी रही। यहां पर जमकर आतिशबाजी की गई। लोगों ने जौ-गेहूं की बाल को भूनकर एक दूसरे को देते हुए गले मिलकर शुभकामनाएं दीं। बड़ों से आशीर्वाद लिया। सुबह से शाम तक पूजा
बुधवार को सुबह से शाम तक होलिका दहन स्थलों पर पूजा अर्चना का दौर चला। महिलाओं ने विधि विधान से पूजा की। किला गेट स्थित बड़ी होली, मधुगढ़ी, सीयल, होली वाली गली समेत विभिन्न स्थलों पर होलिका सजाई गई थी। महिलाओं ने ठंडी होली के साथ ही घरों में भी होली की पूजा की और रंगोली सजाकर परंपराओं का निर्वहन किया। मधुगढ़ी मोहल्ले में मथुरा से होलिका व भक्त प्रहलाद की प्रतिमा मंगाईं गई थी जिसे सजाया गया था। यहां पर आतिशबाजी भी की गई।
सासनी : कस्बे में विष्णुपुरी, चामड़, पलटन, आगरा अलीगढ़ रोड हनुमान मंदिर,़ छिपैटी मोहल्ला, अजीतनगर आदि जगह पर होलिका दहन से पहले महिलाओं ने पूजन किया।
सहपऊ : महिलाओं ने होली रखे जाने के स्थान पर जाकर हल्दी, घी व गुलाल आदि से होली की पूजा की। महिलाएं समूह में होली के गीत गाते हुए जा रही थीं। त्योहार का भारी उत्साह नजर आया।
मुरसान : आर्य समाज रोड पर होलिका दहन से पहले पूजा अर्चना का दौर चला।
जमकर बिकीं जौ की बालियां
होली जलने के साथ ही उसमें जौ व गेहूं की बालियों को भूनकर एक दूसरे को गले मिलकर मुबारकबाद देने की परंपरा निभाई गई। बालियां बीस रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकी। होली पर जौ का विशेष महत्व है। इसे फसल पकने पर उत्सव का संकेत भी माना जाता है।