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पुलिस के खौफ से सन्नाटे के आगोश में सब्जी बाजार

लॉक डाउन के चलते फल व सब्जी के तरसे लोग गली व मोहल्लों में भी नहीं दिखीं हथठेलों की दुकान

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Jul 2020 12:41 AM (IST)Updated: Mon, 27 Jul 2020 06:05 AM (IST)
पुलिस के खौफ से सन्नाटे के आगोश में सब्जी बाजार
पुलिस के खौफ से सन्नाटे के आगोश में सब्जी बाजार

संवाद सहयोगी, हाथरस : दो दिवसीय लॉकडाउन के दूसरे दिन रविवार को शहर में सन्नाटा पसरा रहा। फल व सब्जियों की दुकानें भी नहीं खुलीं। गली-मुहल्लों में हाथठेले वालों के न पहुंचने से लोग परेशान दिखे।

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शहर में अलीगढ़ रोड, घंटाघर, सादाबाद गेट, नयागंज, जलेसर रोड, आगरा रोड स्थानों पर सब्जियों की दुकानें लगा करती थीं। ये दुकानें रविवार को बंद रहीं। गली व मोहल्लों में हाथ ठेले पर सब्जी बेचने वाले भी रविवार को नहीं दिखे। पुलिस व नगर पालिका कर्मियों द्वारा जुर्माना वसूले जाने के डर से दुकानदारों ने दुकानें नहीं खोलीं। बाजारों में पसरा सन्नाटा :

रविवार को शहर के बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। भीड़ से गुलजार रहने वाले बाजारों में भी दूर-दूर तक कोई नजर नहीं आ रहा था। कमला बाजार, रामलीला ग्राउंड, बागला मार्ग, बेनीगंज, घंटाघर, गुड़हाई, पसरट्टा, सादाबाद गेट, नयागंज आदि बाजारों में लॉकडाउन का असर दिखा।

बसों में नहीं दिखे यात्री :

रोडवेज बस स्टैंड पर भी लॉकडाउन का असर दिखा। बसें यात्रियों का इंतजार कर रही थीं। शहर से गुजरने वाले आगरा-अलीगढ़ व मथुरा-बरेली राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी वाहनों का आवागमन कम रहा। पुलिस के भय से टिर्री व टेंपो आदि भी सड़कों पर नहीं दिखे। जरूरी कार्य से निकलने वालों को पैदल ही जाना पड़ा

कोरोना की मार, दुकानदार लाचार

संसू, सासनी : कोरोना महामारी के चलते इस बार रक्षाबंधन पर्व भी फीका रहेगा। आम आदमी बेहद डरा हुआ है, वहीं बाजारों से भी रौनक गायब है।

पूरे देश भर में इस समय कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। मरीजों के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए राज्य के कई जिलों में टोटल लॉकडाउन लगाने की अफवाह चल रही है। तीन अगस्त को रक्षाबंधन है। भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक यह पर्व इस वर्ष सूना रह सकता है। बाजारों के बंद रहने तथा कोरोना के भय से इस समय आमजन में भय व्याप्त है। गत वर्ष रक्षाबंधन के पखवाड़े भर पूर्व से ही बाजारों में रौनक आ जाती थी, लेकिन कोरोना ने इस रौनक को बुरी तरह से प्रभावित किया है। थोक में राखियां उठा चुके व्यापारी भी परेशान हैं कि आखिर पर्व में उनकी राखियां बिकेंगी या नहीं। दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारियों ने भी स्पष्ट कर दिया है कि कोरोना को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी। स्थानीय व्यापारी आलोक वाष्र्णेय का कहना है कि इस बार लॉकडाउन की अफवाहों से हम लोग कोई काम नहीं कर पा रहे हैं, राखी का त्योहार नजदीक आ रहा है, राखी खरीद कर रखी हुई है मगर डर है कि सामान बिकेगा भी कि नहीं। इनका कहना है-

हाथठेले पर सब्जी बेचने के लिए गली मोहल्लों में जाते थे मगर लॉक डाउन के चलते जुर्माने के डर से कहीं नहीं जा पा रहे हैं। शाम के समय ठेला लगाया है। यहां भी पुलिस का डर सता रहा है।

-अशोक, सब्जी विक्रेता पहले घरों पर ही सब्जी बेचने आ जाया करते थे। दो दिन से कोई नहीं दिख रहा। सब्जी लेने के लिए सारा शहर घूम लिया पर यहां शाम के समय दो-तीन सब्जी के ठेले नजर आए हैं। जो मनमर्जी के दामों पर सब्जी बेच रहे हैं।

-श्यामपाल, ग्राहक


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