पंचायत चुनाव और गेहूं की कटाई से ठिठकी ओटीएस
गेहूं की फसल की कटाई शुरू होने से किसान फसल बटोरने में लगे -घरेलू के अलावा निजी नलकूप धारक किसान हैं बकायेदार।
जासं, हाथरस : बिजली विभाग ने बकायेदारों को और राहत देने के लिए भले ही ओटीएस योजना की तिथि बढ़ा दी है, लेकिन गेहूं की कटाई और पंचायत चुनाव के कारण योजना पर असर पड़ रहा है। लोग बकाया जमा करने में रुचि नहीं ले रहे हैं। इसके कारण अफसरों की चिता बढ़ गई है।
विभाग की ओर से ओटीएस की तिथि पहले 15 मार्च थी। उसके बाद 31 मार्च तक कर दी। अब बढ़ाकर 15 अप्रैल कर दी है। यह योजना घरेलू और निजी नलकूपों के बकायेदारों के लिए है। सरचार्ज में शत प्रतिशत की छूट दी जा रही है। आंकड़े बताते हैं कि एक लाख 60 हजार बकायेदारों में सिर्फ 35,500 ने ही पंजीकरण कराया है। 31 मार्च को आखिरी दिन छह हजार लोगों ने पंजीकरण कराया और 5.50 करोड़ जमा भी हुए। इसमें कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने पंजीकरण के समय 30 फीसद राशि जमा करा दी और शेष राशि जमा नहीं की है। उन्हें सरचार्ज में छूट का फायदा तब तक नहीं मिलेगा जब तक वे मूल राशि का शेष 70 फीसद जमा नहीं कर देंगे। एक अप्रैल से 15 अप्रैल तक तिथि बढ़ाने के बाद ओटीएस वाले कम निकल रहे हैं। गेहूं की फसल पककर तैयार हो चुकी है। किसान उसे बटोरने में लगे हैं। उधर, पंचायत चुनाव को लेकर गांवों में चुनावी माहौल गर्मा रहा है। ऐसे में बकायेदार भी व्यस्त हो गए हैं। अधीक्षण अभियंता पवन अग्रवाल ने बताया कि ओटीएस योजना को बकायेदार गंभीरता से लें। बड़े बकायेदार चिह्नित किए जा रहे हैं। समय पर बकाया जमा न करने पर कनेक्शन काटने की कार्रवाई की जाएगी।