गबन में अब चतुर्थश्रेणी कर्मचारी निलंबित
सासनी ब्लाक के उच्च प्राथमिक विद्यालय में साढ़े चार लाख रुपये आए थे बच्चों के फर्नीचर के लिए।
संवाद सहयोगी, हाथरस : उच्च प्राथमिक विद्यालय सासनी के हेड मास्टर फर्नीचर खरीद तथा मिड-डे मील वितरण को लेकर वित्तीय अनियमितता करने के मामले में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को भी बीएसए ने निलंबित कर दिया है। गबन के मास्टर माइंड हेड मास्टर संजय शर्मा को सोमवार को ही बीएसए ने निलंबित कर दिया था।
सासनी के उच्च प्राथमिक विद्यालय में झांसी की नामित फर्म ने फर्नीचर लगाया था, जिसपर हेड मास्टर संजय शर्मा ने चार बार साढ़े चार लाख रुपये के चेक फर्म के नाम दिए लेकिन चारों ही बार चेक बाउंस हो गए। हेड मास्टर ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के खाते के जरिए करीब साढ़े चार लाख रुपये का गबन कर लिया। हेड मास्टर ने छात्रों के अभिभावकों के खातों में कनवर्जन कास्ट का पैसा भी नहीं भेजा। हेड मास्टर ने 3.82 लाख, अनुदेशक ने अजय तोमर ने 70 हजार 500 रुपये तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महावीर ने एक लाख दस हजार रुपये की धनराशि निकलवा ली। सोमवार को हेड मास्टर को संजय शर्मा को निलंबित कर दिया गया था। अब गुरुवार को गबन के मामले में संलिप्त चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महावीर को भी बीएसए ने निलंबित कर दिया। जल्द ही अनुदेशक पर भी कार्रवाई तय की जाएगी। आरोपों की जांच के लिए बीईओ सिकंदराराऊ उदित कुमार व सहपऊ बीईओ विपिन कुमार को नामित किया गया है। निलंबन अवधि के दौरान चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को बीआरसी सहपऊ पर अटैच किया गया है।
पुलिस की पकड़ में आया
गबन का वांछित आरोपित
संसू, सिकंदराराऊ: कूटरचित व फर्जी तरीके से बैंक की जमा रशीद तैयार कर विद्युत विभाग की लाखों रुपये की धनराशि के गबन के आरोप में वांछित चल रहे आरोपित कर्मचारी को कोतवाली पुलिस ने अगसौली चौराहे से पकड़कर जेल भेजवा दिया। उसके खिलाफ कोतवाली में तत्कालीन उपखंड अधिकारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस के अनुसार 29 अगस्त 2019 को उपखंड अधिकारी देवेंद्र कुमार ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए कहा था कि रामाधार निवासी रासपहरी थाना म्योरपुर जिला सोनभद्र ने कूट रचित व फर्जी तरीके से बैंक की जमा रसीद तैयार कर उस पर फर्जी हस्ताक्षर कर विभाग के राजस्व संग्रह की 21,93,892 रुपये का गबन किया गया। विवेचना में प्रकाश में आया कि आरोपित ने 31 लाख रुपये का गबन किया था। आरोपित तभी से फरार चल रहा था। गुरुवार को एसआइ योगेंद्र कुमार ने सूचना पर दबिश देकर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया, जिसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।